नकली शराब का रैकेट: असली बोतल में नकली शराब….. महासमुद से रैकेट का पर्दाफाश
(महासमुद काकाखबरीलाल).
शराब पर प्रदेश की सियासत में घमासान होता रहता है, शराबबंदी के चुनावी वायदे पर विपक्ष हमलावर होने का मौक़ा नहीं छोड़ता और सरकार के अपने तर्क हैं। पर इस बीच में शराब पर बड़ा खेल जारी है। जिसका खुलासा महासमुंद में हुआ है। शराब की ख़ाली बोतलों में शराब और पानी को मिलाकर नए स्टीकर, नए ढक्कन की पैकिंग के साथ बेचने का रैकेट को पुलिस ने धर दबोचा है।पुलिस को मौक़े से कैमिकल भी मिलने की खबर है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि, शराब की अवैध बॉटलिंग इलाक़े में हो रही है। सूचना पर पुलिस ने शराब दुकान पर रात साढ़े बारह बजे दबिश दी तो वहाँ दस लोग मिले जिनमें दो प्लेसमेंट के कर्मचारी थे, जबकि आठ बाहरी थे। पुलिस को मौक़े से कई ख़ाली उपयोग की हुई शराब बोटल मिली। जिन में फिर से शराब पानी मिलाकर पैकेजिंग का गोरखधंधा चल रहा था। रैकेट ख़ाली बोतलों को लेता है, इनमें हर ब्रांड की ख़ाली बोटल होती है। इन्हें धोकर बढ़िया से साफ किया जाता है, जिस ब्रांड की बोटल हो उस ब्रांड की शराब और उस में पानी मिलाकर नई बोटल तैयार कर दी जाती है। जिस बोटल से शराब निकाली जाती उसमें भी पानी भरकर मात्रा पूरी कर दी जाती। याने कि 180 एम एल की दो बोटल से तीसरी बॉटल बनती थी, और तीनों की फिलिंग पानी से की जाती थी। पाँच पेटी से साढ़े आठ पेटी बोटल तैयार होती थी। गिरोह के पास नया ढक्कन स्टीकर सब मौजूद होता था, जो कि लगा दिया जाता। ग्राहक जब आता तो उसे सबसे पहले वहीं बोतलें थमाई जाती जिसमें खेल हुआ होता। गोवा जैसे ब्रांड जो कि सस्ते हैं सबसे ज़्यादा खेल उस पर होता है। महासमुंद पुलिस ने मामले में क्राईम नंबर 70/20 क़ायम कर धारा 420,409,120B,49 आबकारी अधिनियम और 34 के तहत दस लोगों के विरुध्द कार्यवाही की गई है।
महासमुंद में शराब के इस खेल के उजागर होने के बाद आशंका है कि, सूबे के कई इलाक़ों में यह खेल सुनियोजित संगठन चला रहा है। ज़ाहिर है इसके लिए व्यापक और वृहद् कार्यवाही की जरुरत है।