सरायपाली:आत्मरक्षा कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया

सरायपाली@ काकाखबरीलाल। स्वर्गीय राजा वीरेंद्र बहादुर सिंह शासकीय महाविद्यालय सराईपाली में प्राचार्य डॉ संध्या भोई के निर्देशन में क्रीड़ा विभाग द्वारा तीन दिवसीय आत्मरक्षा कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया । जो दिनांक 15 अप्रैल से 17 अप्रैल तक सुबह 8:30 बजे से 10 बजे तक संचालित किया गया। हर दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया ।श्री राजकिशोर पटेल द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में विस्तार से बताया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संध्या भोई, श्री उपेंद्र कुमार बरिहा, श्री खीरसागर पटेल उपस्थित थे l कार्यक्रम में अतिथि के रूप मे उपस्थित श्री उपेंद्र कुमार बरिहा , श्री खीरसागर पटेल सर द्वारा बच्चों को आशीर्वचन एवं क्रीड़ा विभाग को सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएँ दि गई l
और कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आदरणीया प्राचार्य महोदया डॉ संध्या भोई द्वारा यह कार्यक्रम महाविद्यालय के लिए कितना लाभकारी है इसको बताया गया । और उनके द्वारा बताया गया कि आत्म रक्षा कार्यक्रम व्यक्तियों को अपनी सुरक्षा और आत्म-रक्षा के लिए तैयार करने में मदद करता है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और अन्य कमजोर वर्गों के लिए उपयोगी होता है। आत्म रक्षा प्रशिक्षण से व्यक्तियों में आत्मविश्वास बढ़ता है।,यह प्रशिक्षण व्यक्तियों को अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक बनाता है।, आत्म रक्षा तकनीकें व्यक्तियों को आक्रमण का सामना करने में मदद करती हैं।
आत्मरक्षा कार्यक्रम विभिन्न शारीरिक तकनीकें सिखाई जाती हैं, जैसे कि किक, पंच, और थ्रो। इसके अलावा, मानसिक , शारीरिक तैयारी और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए तकनीकें भी सिखाई जाती हैं। आत्म रक्षा कार्यक्रम में दैनिक जीवन में सुरक्षा के लिए गुर और सलाह भी दी जाती हैं।। फिर श्रोतवक्ता के रूप में उपस्थित कुमारी योगेश्वरी एवं क्रीड़ा अधिकारी प्रवीण कुमार साहू द्वारा लगभग आत्मरक्षा के 20 कौशल के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, कोई आपके बाल को पकड़े तो कैसे करें? कोई आपके हाथों को पकड़े तो कैसे करें? कोई आपके गर्दन को पकड़े तो कैसे करें? कोई आपके कमर को पकड़ रहे है तो क्या करे? इत्यादि सभी का अभ्यास कराया गया। तत्पश्चात हमारे मुख्य श्रोतवक्ता के रूप में उपस्थित श्री सौनक राणा द्वारा कराते की मुख्य विषय पर प्रकाश डाला गया ।कराते एक उपयोगी मार्शल आर्ट है जो आत्म-रक्षा, शारीरिक प्रशिक्षण, और मानसिक अनुशासन के लिए उपयोगी होता है। यह व्यक्तियों को आत्म-विश्वास बढ़ाने, शारीरिक क्षमता बढ़ाने, और मानसिक शांति प्राप्त करने में मदद करता है, जिससे वे अपने जीवन में अधिक सुरक्षित और आत्मनिर्भर बन सकते हैं। कराते व्यक्तियों को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करता है, और यह एक उपयोगी गतिविधि है जो व्यक्तियों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाती है।एवं इन सभी घटनाओं में अपना आत्मबल कैसे बनाएं रखना है इसके बारे मे जानकारी दी गई। श्रोतवक्ता सौनक राणा, जयंती साहू , योगेश्वरी सिदार को क्रीड़ा विभाग के द्वारा प्राचार्य महोदया के हाथों से प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र दिया गया l अंत में आभार व्यक्त क्रीड़ा प्रभारी श्री राज किशोर पटेल द्वारा प्राचार्य महोदया, सभी अतिथियों और सभी बच्चों को दिया गया जो आत्मरक्षा के कार्यक्रम को सफल आयोजन बनाने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में अपना योगदान दिए।