ब्लॉक में समय पर नहीं खुल रहे हैं कई आंगनबाड़ी

गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को प्रतिमाह नहीं मिल रहा पोषक आहार
काकाखबरीलाल,सरायपाली। क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों के खुलने, बंद होने एवं वहां से मिलने वाले रेडी टू ईट वितरण में जमकर भर्राशाही बरती जा रही है. ऐसा ही मामला आज ब्लॉक के कई आंगनबाड़ी केन्द्रों में देखने को मिला. सरायपाली वार्ड नं.8 (बी) स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र के कई हितग्राहियों ने रेडी टू ईट समय पर नहीं मिलने की शिकायत की और आज समय के पूर्व ही बच्चे भोजन कर घर भी चले गए थे. इसी तरह अमरकोट आंगनबाड़ी केन्द्र ए और बी बंद मिला और बच्चे बाहर में घूमते देखे गए.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मनमानी इन दिनों ब्लॉक के विभिन्न केन्द्रो में देखने को मिल रही है. गर्भवती, शिशुवती, 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चों, कुपोषित बच्चों आदि के लिए शासन द्वारा समूह के माध्यम से प्रति माह पहला एवं तीसरा मंगलवार को पोषक आहार सामग्री रेडी टू ईट का वितरण किया जाता है. लेकिन शहर के वार्ड क्र .8 में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र (बी) के कार्यकर्ता द्वारा रेडी टू ईट का वितरण कई महीनों से नहीं किया जा रहा है. आंगनबाड़ी पहुंचे महिला सरिता डडसेना ने बताया कि उन्हें विगत साल भर में अगस्त माह में ही उन्हें रेडी टू ईट मिला है उसके बाद से उन्हें नहीं दिया जा रहा है. इसी तरह लता चौहान ने बताया कि उन्हें विगत अक्टूबर माह में रेडी टू ईट प्राप्त हुआ था. उसके बाद से उन्हें नहीं मिल रहा है. सुलोचना दीप ने भी बताया कि विगत 6 माह से उनके बच्चों को दूध रोटी नहीं दिया जा रहा था. विगत मंगलवार को ही दूध रोटी दिया गया है. इसी तरह सित्या दास गर्भवती माता ने बताया कि उन्हें भी 2-3 माह में एक बार रेडी टू ईट मिलता है.
शिशुवती माताओं ने बताया कि आंगनबाड़ी के सामने किसी तरह का कोई घेराव नहीं होने के कारण वे बच्चों को आंगनबाड़ी भेजने से भी हमेशा डरते रहते हैं. क्योंकि अहाता के अभाव में बच्चे खेलने के लिए रोड पर दौड़ते हैं, जिससे हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है. आंगनबाड़ी भवन में नन्हे मुन्ने बच्चों को खेलने के लिए किसी तरह का साधन भी देखने को नहीं मिला. अनुपयोगी हो चुके कबाड़ खिलौना ही नजर आया और बच्चे समय पूर्व ही भोजन उपरांत आंगनबाड़ी से घर चले गए थे. वहां पहुंचे महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मनमानी चल रही है. इसके पूर्व भी उनके द्वारा रेडी टू ईट नहीं मिलने की शिकायत कार्यकर्ता से की गई थी. जिससे उन्होने दोबारा गलती नहीं होने की बात कहते हुए हितग्राहियों को आश्वासन दिया था. महिलाओं द्वारा आज चर्चा में यह भी बताया गया कि कार्यकर्ता द्वारा किसी तरह भी बच्चों को नहीं पढ़ाया जाता, जिससे बच्चे आंगनबाड़ी आने में भी रूचि नहीं रखते हैं. मौके पर उपस्थित सहायिका ने कार्यकर्ता को किसी विभागीय कार्य में जाने की बात कही.
वितरण रजिस्टर का किया जाता है जांच-सुपरवाईजर
इस संबंध में सुपरवाईजर चंद्रिका कुमार से पूछे जाने पर बताया कि रजिस्टर का निरीक्षण किया जाता है, उसमें हितग्राहियों को रेडी टू ईट दिए जाने का उल्लेख रहता है, अगर नहीं मिला है तो जांच करवाई जाएगी. खिलौने नहीं होने की बात पूछने पर बताया कि प्रतिवर्ष खिलौना नहीं आता मांग पत्र भेजा जाता है. शासन से आते ही केन्द्रो में खिलौना भेज दिया जाएगा.