सरायपाली: 7 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक हड़ताल पर
सरायपाली (काकाखबरीलाल).अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के द्वारा 7 सूत्रीय मांगों के समर्थन में मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ हो गया है। इसी कड़ी में सरायपाली में भी से पोस्ट आॅफिस के सामने ग्रामीण डाक सेवकों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है। डाक सेवकों के हड़ताल में चले जाने से डाक विभाग के कई आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हंै।
अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के आव्हान पर 12 दिसंबर को सरायपाली उप संभाग अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवा रायपुर संभाग एआईजीडीएसयू अध्यक्ष लखन डडसेना एवं संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार दास के नेतृत्व में ग्रामीण डाक सेवकों के द्वारा अपने 7 सूत्रीय मांगों को लेकर उप डाकघर सरायपाली में शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन प्रारंभ किया गया। इस दौरान संभागीय सचिव मदन लाल साहू, परिमंडल सचिव राजेश गुरुद्वान , सुकांत नायक, दुर्गेश कुमार, मोहन चौहान सहित अन्य डाक सेवक उपस्थित थे।
अध्यक्ष श्री दास ने बताया कि 7 सूत्रीय मांगों में 8 घंटे का काम पेंशन सहित सभी सरकारी लाभ, कमलेश चन्द्र कमेटी की सभी सिफारिशों को लागू करना, 180 दिनों की छुट्टी को आगे बढ़ाना और नगदी भुगतान करना, ग्रामीण डाक सेवक की एसडीबीएस में सेवा निर्वहन लाभ 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने और ग्रामीण डाक सेवक को पेंशन प्रदान करने, ग्रामीण डाक सेवक को सभी प्रकार की प्रोत्साहन योजना को समाप्त कर जैसे- आई.पी.पी.बी., आर.पी.एल.आई., बचत योजना मनरेगा भुगतान को बंद कर कार्यभार की गणना किये जाने, व्यावसायिक लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए ग्रा.डा. सेवक कर्मचारियों को उनके स्वयं के मोबाईल उपकरणों का उत्पीड़न को रोके जाने, समान कार्य के लिए समान वेतन के सिद्धांत को लागू करने, सभी भेदभाव को समाप्त कर नियमित कर्मचारी के समान वार्षिक वेतन वृद्धि सुनिश्चित करें, शाखा डाकघरों का कार्य बढ़ाने के लिए सभी शाखा डाकघरों को लेपटाप, प्रिंटर और ब्राडबेंड नेटवर्क प्रदान करने की मांग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उक्त मांगों को लेकर उनके द्वारा लगातार आंदोल किया जा रहा है, लेकिन उनकी समस्याओं पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। इसलिए ग्रामीण डाक सेवक आज 12 दिसंबर से पूर्ण रूप से कार्यबंद करके अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले गए हैं।
लोगों को लेना पड़ेगा निजी कोरियर का सहारा
सरायपाली डाकघर अंतर्गत 37 कार्यालय हैं, जिनमे लगभग 60 से अधिक ग्रामीण डाक सेवक पदस्थ हैं। उनके हड़ताल पर चले जाने से खाता खोलना, राशि जमा करना, डाक पार्सल वितरण करना आदि अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं, जिसके चलते आम नागरिकों को परेशानी हो रही है। हालांकि मुख्य डाकघर में नियमित कर्मचारी पदस्थ होने के कारण शहर में डाक वितरण का कार्य प्रभावित नहीं हो रहा है, लेकिन प्रदेश भर में ग्रामीण डाक सेवा पूरी तरह प्रभावित है।
अब शहर से सरायपाली के ग्रामीण क्षेत्रों की ओर पार्सल भेजने के लिए अधिक दाम देकर अन्य प्राइवेट कोरियर का सहारा लेना पड़ेगा। वहीं आमजनों को भी सरायपाली से यदि कहीं दूसरे जिले या ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों में डाक के माध्यम से पार्सल भेजना हो तो वह पार्सल भी संबंधित शहर तक ही पहुँचेगा और वहीं पड़ा रहेगा। हड़ताल के कारण वहाँ से ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं पहुँच पायेगा। इस समस्या को देखते हुए लोगों को डाकघर के स्थान पर निजी कोरियर सेवा का सहारा लेना पड़ेगा, जिससे उन्हें अधिक व्यय भी करना होगा।