विजय चौहान@बसना/भंवरपुर(काकाखबरीलाल)। “संभावनाओं से भरपूर मोर भंवरपुर” कहे जाने वाले भंवरपुर वासियों में मुख्यमंत्री जी के आने से बहुत सारे उम्मीद फिर से जगने लगी है। भेंट मुलाकात करने 22 नवम्बर 2022 को भंवरपुर आ रहे छतीसगढ़ राज्य के मुखिया भूपेश बघेल जिसका इंतजार भंवरपुर वासियों को बेसब्री से है। भंवरपुर वासियों एंव क्षेत्र के लोगों को मुख्यमंत्री जी का इंतजार इसीलिए भी है क्योंकि क्षेत्र की लोगों को एक उम्मीद है भंवरपुर क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित मांग जिसमें भंवरपुर में महाविद्यालय, भंवरपुर को तहसील का दर्जा एंव एक राष्ट्रीयकृत बैंक की मांग है।
ज्ञात हो कि क्षेत्र के लोगों के द्वारा कई बार इन सबकी मांग की जा चुकी है लेकिन लोगों को केवल निराशा ही हाथ लगी है। लेकिन अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आने की सुगबुगाहट से यह मांगे और लोगों में यह उम्मीद फिर से जगने लगी है अब देखना होगा कि छत्तीसगढ़ के कका के नाम से विख्यात और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भंवरपुर वासियों की मांगों पर कितना खरा उतर पाते हैं या फिर से भंवरपुर वासियों को निराशा ही हाथ लगती है।
सैकड़ो छात्रों को हैं भंवरपुर में महाविद्यालय खुलने का इंतजार.. क्या कका देंगे 22 नवम्बर को सौगात
भंवरपुर सहित क्षेत्र के हजारों छात्र – छात्राओं को भंवरपुर में महाविद्यालय खुलने का बेसब्री से इंतजार है ज्ञात हो कि भंवरपुर सहित आसपास के गांव बड़ेसाजापाली, लम्बर, संतपाली,नौगड़ी, खोकसा, बनडबरी (चितरखोल), रोहिना, जमदरहा, दुर्गापाली, धुटीकोना गांवों से हर साल सैकड़ो छात्र – छात्राएं12 वीं पास कर लेते हैं लेकिन महाविद्यालय अत्यधिक दूर एंव सुविधा के अभाव में सैकड़ों छात्र – छत्राओं को आगे की पढ़ाई बीच में ही छोड़ देनी पड़ती है जिससे छात्र आगे नहीं पढ़ पाते खासकर लड़कियों को आगे पढ़ने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ऐसे में अगर भंवरपुर में महाविद्यालय खुल जाए तो हर साल सैकड़ों छात्र – छात्राओं की जिंदगी संवर जाएगी।
ऐसे में बहुत पहले से आस पास के ग्रामीणों को भंवरपुर में महाविद्यालय खुलने की उम्मीद थी अब मुख्यमंत्री जी के आने से उनके सपनों को एक जान मिल गया है ।
मुख्यमंत्री के भंवरपुर आने से लोगों में एक उम्मीद जगी है और बहुत सारे सपने लिए भंवरपुर वासी मुख्यमंत्री के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहें हैं।
क्या भंवरपुर को तहसील का दर्जा मिलेगा? यह पोल भी चल रहा है सोशल मीडिया पर..
भंवरपुर को तहसील का दर्जा मिलेगा या नहीं यह तो 22 नवंबर 2022 को ही साफ हो पायेगा लेकिन भंवरपुर के लोगों में इसको लेकर एक उम्मीद और काफी उत्साह देखा जा रहा है सोशल मीडिया में सक्रिय रहने वाले करुणाकर उपाध्याय के द्वारा एक पोल शेयर किया गया है जिसमें लिखा है कि “क्या मुख्यमंत्री महोदय भंवरपुर को तहसील का दर्जा मिलेगा??” जिसपर आधे से अधिक लोगों ने उम्मीद जताते हुए हां पर वोट किया है… अब देखना होगा कि लोगों की उम्मीदों पर आखिर 22 नवम्बर को क्या हाथ आता है।
भंवरपुर में एक राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा खोलने की मांग तेज
बसना विकास खंड एंव महासमुंद जिले के सबसे बड़े गांव भंवरपुर में बैंक शाखा न होने से क्षेत्रीय लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को दस से पंद्रह किमी दूर जाने की मजबूरी हो गई है।
गांव के आसपास कुम्हारी, कर्राभौना, उमरिया, गौरटेक, झारबन्द, पलसापाली, संतपाली, कोलियारीडीह, धनापाली समेत दो दर्जन गांवों के नागरिकों को पैसा जमा व निकासी के लिए दस से पंद्रह किमी दूर जाकर बैंकों का चक्कर काटना पड़ रहा है, वहीं भंवरपुर व्यापार का बहुत बड़ा क्षेत्र होने के कारण व्यापारियों को लेन देन करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिससे पूरा दिन खराब हो जाता है। इसके अलावा पैसों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बनी रहती है। आये दिन भंवरपुर में एक राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा खोले जाने की मांग की जाती है मगर अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिससे आम नागरिकों समेत स्कूली बच्चों व मनरेगा मजदूरों को सर्वाधिक समस्या से गुजरना पड़ रहा है।