सरायपाली : हवन पूजन के साथ जगह जगह हुआ भोग भंडारा
नवरात्रि के अंतिम दिन दुर्गा पण्डालों एवं देवी मंदिरों में माता दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्तगण पहुंचे। शहर के कई जगहों पर कल महाअष्टमी के दिन हवन पूजन हुआ तो कई स्थानों में आज नवमी को भी हवन पूजन, कन्या भोज एवं भण्डारा का भी आयोजन किया गया। आरती के समय भी भक्तों का तांता लगा रहा। अष्टमी के दिन शाम को बारिश शुरू हो जाने के कारण माता के दर्शन के लिए कम लोग ही पहुंच पाए। इसके बावजूद भी कई भक्त देवी प्रतिमाओं में नारियल, सोलह श्रृंगार आदि चढ़ाकर मन्नत मांगते रहे। शहर के सभी मंदिरों दुर्गा पंडालों के अलावा सिंघोड़ा रूद्रेश्वरी मंदिर तथा गढ़फुलझर रामचंडी मंदिर में दर्शन करने के लिए भी अंचल से बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे थे। वहीं मां शारदा सेवा ध्यक्ष हुए और पर जन डली रूप से लॉक निक, टेल, पटेल
समिति टावरपारा में 52 शक्तिपीठ के 52 देवियों का पूजन कर एवं कन्या भोज कराया गया।
अष्टमी में हवन पूजन के समय मंत्रोच्चार से वातावरण गुंजायमान होता रहा। सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति टैक्सी स्टैण्ड, फौव्वारा चैक, बाजार पारा, ओड़यापारा, राज राजेश्वरी, महलपारा, टावर पारा के दुर्गा पंडालों में आकर्षक साज सज्जा के साथ माता की प्रतिमा स्थापित की गयी है। स्थानीय दुर्गा मंदिर में माता
गयी। नवम को शहर के घंटेश्वरी मंदिर, सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति टैक्सी स्टैण्ड, रूद्रेश्वरी मंदिर सिंघोड़ा, अर्जुण्डा स्थित घंटेश्वरी मंदिर, जामबहेलिएन सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी भंडारा का आयोजन किया गया। वहीं मां शारदा सेवा समिति टावरपारा, दुर्गा मंदिर, राज राजेश्वरी दुर्गात्सव समिति एवं आदर्श मैत्री मंडल ओड्यापारा में दशमीं के दिन भंडारा रखा गया है।
दर्शन के अलावा परिसर में बने अन्य देवों के दर्शन लोग करते रहे। घंटेश्वरी मंदिर में शाम के वक्त महिलाऐं पैदल चलते हुए प्रतिदिन माता दर्शन के लिए पहुंचे। इसके अलावा यहाँ से 20 किमी दूर सिंघोड़ा मंदिर में भी माता के दर्शन के लिए प्रतिदिन यहां से सैकड़ों भक्त पैदल चलते हुए पहुंच रहे थे। विशेष कर पंचमी एवं अष्टमी के दिन राष्ट्रीय राजमार्ग में पैदल चल रहे महिला श्रद्धालुओं की काफी संख्या देखी का आयोजन किया गया है।
ग्राम पंचायत चकरदा में दुर्गा पूजा महोत्सव पर महाभंडारा का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में आसपास के गांव के लोगों ने एक साथ सामूहिक रूप से प्रसाद ग्रहण किया। काकाखबरीलाल से चर्चा के दौरान अजित पटेल, राजेन्द्र पटेल ने बताया कि दुर्गा पूजा महोत्सव का यह प्रथम वर्ष है, जिसमें महाभंडारा