महासमुंद : महाराजा अग्रसेन सम्मान के लिए 03 अक्टूबर तक प्रविष्टियाँ आमंत्रित
राज्य शासन ने सामाजिक समरसता तथा सभी वर्गों में समभाव, सौहार्द्र, समाज सेवा के स्थाई कार्य जैसे अस्पताल, धर्मशाला, पेयजल, स्वच्छता एवं सामाजिक विकास के अन्य स्थाई स्वरूप के कार्यों में भागीदारी को बढ़ावा देने, सामाजिक चेतना का अच्छा वातावरण विकसित करने के योगदान को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से अखिल भारतीय महाराजा अग्रसेन सम्मान की स्थापना की है।
वर्ष 2022 के लिए एक व्यक्ति के चयन हेतु 03 अक्टूबर 2022 शाम 5ः30 बजे तक प्रविष्टियाँ आमंत्रित की गयी है।
पुरस्कार के रूप में दो लाख रूपए और सम्मान प्रतीक चिन्ह से युक्त पट्टिका एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। चयन के लिए राज्य शासन द्वारा निर्णायक मंडल (जूरी) नियुक्त किया जाएगा। प्रविष्टि के साथ आवेदक का पूर्ण परिचय, सामाजिक समरसता तथा सभी वर्गों में समभाव, सौहार्द्र, समाज सेवा के स्थाई कार्य जैसे अस्पताल, धर्मशाला, पेयजल, स्वच्छता एवं सामाजिक विकास के अन्य स्थाई स्वरूप के कार्यों में जनभागीदारी को बढ़ावा देने, सामाजिक चेतना का अच्छा वातावरण विकसित करने के क्षेत्र में किए गए अविस्मरणीय कार्य, सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए किए गए कार्यों की सप्रमाण विस्तृत जानकारी देनी होगी। यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण देना होगा। सामाजिक, समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य तथा इसके सैद्धांतिक पक्ष के विषय में सामाजिक, समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के संबंध में प्रख्यात पत्र, पत्रिकाओं, ग्रंथ के माध्यम से उपलब्ध साहित्य की जानकारी भी दे सकते हैं। चयन होने की दशा में सम्मान ग्रहण करने के बारे में व्यक्ति की लिखित सहमति जरूरी है। यदि आवेदक राज्य अथवा केन्द्र शासन के किसी विभाग, निगम, मंडल में सेवारत हो तो उसका स्पष्ट उल्लेख प्रविष्टि में किया जाए। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कार्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं।