महांसमुद: किसान विद्युत कटौती व लो-वोल्टेज से परेशान फसल पशुओं के हवाले
कोमाखान क्षेत्र के ग्राम झलमला, सेनभांठा, पटेवा क्षेत्र के बावनकेरा निवासी किसान विद्युत कटौती व लो-वोल्टेज से परेशान होकर अपनी फसल को पशुओं के हवाले कर रहे हैं। इन गांवों के किसानों ने अपने खेतों में रबी फसल ली थी। इस फसल में बालियां आ रही थीं कि बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या आ गई। इससे खेतों में लगे बोर ठप्प हो गए, फसल को पानी मिलना बंद हो गया और सूखने लगे। परेशान किसानों ने अब अपनी फसल मवेशियों के हवाले कर दी है।
किसानों की मानें तो कई बार अधिकारियों से बिजली समस्या को सुलझाने की मिन्नतें की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इस भीषम गर्मी में फसल को पर्याप्त मात्रा में पानी की अवश्यता है, लेकिन लो वोल्टेज के चलते बोर में लगा पंप की धार पतली हो गई और फसल को नहीं मिल पा रहा है।
मालूम हो कि किसानों ने रबी सीजन में धान फसल के लिए निंदाई, चलाई, खाद, बीज, कीटनाशक विटामिन की दवाई आदि के लिए हजारों रुपए खर्च किए हैं। उनके खेतों को पानी नहीं मिलने से फसल सूख चुकी है और सूख रही फसल को मवेशियों के हवाले कर रहे हैं। इन किसानों ने अधिकारियों से बिजली कटौती को कम करने व फसल मुरझाने की बात से अवगत कराया भी था, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी ग्रामीणों की एक नहीं सुन रहे हैं।
ऐसा महासमुंद ब्लॉक के तीन-चार गांवों में हुआ है। बिजली विभाग के एई एसके बांसकर का कहना है कि समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जा रही है।
मालूम हो कि किसानों की समस्या को लेकर भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विद्युत विभाग का घेराव किया था और एसई पीएल सिदार को अवगत कराया था कि ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती न करें। विद्युत कटौती से फसल को नुकसान पहुंच रहा है। फसल को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। किसानों ने कई बार क्षेत्र के इंजीनियरों से मुलाकात कर इस समस्या से अवगत कराया लेकिन अभी भी बिजली घंटों बंद हो रही हैं।