ईश्वरी निषाद अब स्पेशल चाइल्ड को ट्रेनिंग देना चाहती
आंखों से दिखाई नहीं देने के बावजूद हवा की तरह फ र्राटे से तेज भागने वाली बागबाहरा की ईश्वरी निषाद अब पढ़ाई पूरा करना चाहती है। इसके बाद वह स्पेशल चाइल्ड को ट्रेनिंग देना चाहती हैं।
मालूम हो कि दुबई में आयोजित वल्र्ड पैराएथलेक्टिक्स ग्रैंड प्रिक्स एवं 13वें फैजा अंतरराष्ट्रीय पैराएथलेक्टिस चैंपियनशिप 2022 में 400 मीटर दौड़ में रजत जीतकर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया।
साल 2016 में हरियाणा के पंचकुला में आयोजित 16वें नेशनल पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप में पहली बार शामिल हुई ईश्वरी ने 200 मीटर दौड़ और 400 मीटर दौड़ में दो गोल्ड अपने नाम किया और वर्ष 2021 में तीसरे नेशनल ओपन पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप बैंगलुरु में 200 मीटर दौड़ में गोल्ड जीता। 21 वर्षीय ईश्वरी अब एशियाड की तैयारी कर रही है।
विज्ञान संकाय की छात्रा ईश्वरी अब पढ़ाई पूरा करना चाहती है। इसी के साथ वह स्पेशल चाइल्ड को ट्रेनिंग देना चाहती हूं। ईश्वरी के दो भाई और एक बहन हैं। उसके पिता छबिलाल निषाद गांव में ही दूसरों के खेतों में काम करते हैं। वहीं दो भाई भी मजदूरी करते हैं और खेती.किसानी का सीजन समाप्त होते ही 6 महीने के लिए यूपी के ईंट भट्ठों में काम करने चले जाते हैं।
ईश्वरी को महासमुंद के लोग गोल्डन गर्ल कहते हैं। क्योंकि उन्होंने 16वां नेशनल पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप पंचकुला हरियाणा 2016 में 200 मीटर दौड़ में गोल्ड, 100 मीटर में ब्रॉन्ज, 17 वां नेशनल पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप जयपुर राजस्थान में वर्ष 2017में 400 मीटर दौडक़र गोल्ड, 800 मीटर में गोल्ड, 100 मीटर में ब्रॉन्ज, 18वां नेशनल पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप पंचकुला हरियाणा 2018 में 400 मीटर में गोल्ड, 1500 मीटर में सिल्वर,19 वां नेशनल पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप, बंगलुरु कर्नाटक में 2021 में 200 मीटर दौड़ लगाकर गोल्ड, 1500 मीटर ब्रॉन्ज, 20वां नेशनल पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप भुवनेश्वर ओडिशा 2022 में 400 मीटर में गोल्ड, 200 मीटर सिल्वर, 1500 मीटर ब्रॉन्ज, तीसरा इंडियन नेशनल ओपन पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप 2021 में 200 मीटर दौड़ में गोल्ड, वल्र्ड पैराएथलेक्टिक्स ग्रैंड प्रिक्स एवं 13वें फैजा अंतरराष्ट्रीय पैराएथलेक्टिस चैंपियनशिप 2022 में 400 मीटर दौडक़र रजत पदक जीता है।