महांसमुद: पोषण के महत्व, एनीमिया, हाथ धुलाई एवं स्वच्छता पोषण भोजन पर व्याख्यान
इंडियन कालेज आफ एजुकेशन बेलसोंडा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय तथा रासेयो क्षेत्रीय निदेशालय के निर्देशानुसार प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पोषण पखवाड़ा 21 मार्च से चार अप्रैल तक मनाया गया।
इसके अंतर्गत पोषण पखवाड़ा के दौरान पोषण के महत्व, एनीमिया, हाथ धुलाई एवं स्वच्छता पोषण भोजन पर व्याख्यान एवं आमजनों में जागरूकता फैलाने के लिए पोषण से संबंधित दीवार स्लोगन लेखन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने गभर्वती महिला शिशु वह अन्य आयु के लिए पोषक तत्व, आहार विटामिन प्रोटीन आयरन पर अपने विचार साझा किए। साथ ही स्वयंसेवकों द्वारा अपने घरों की दीवारों पर पोषण आहार एवं स्वच्छता संबंधी नारे लिखकर आमजन को जागरूक करने का प्रयास किया गया।
इस कार्यक्रम में बीएड, डीएलएड, पीजीडीसीए, डीसीए, बीए, बीकाम, पीजी डिप्लोमा इन योगा के छात्र-छात्राओं ने पोषण पखवाड़ा पोषण से संबधित गभर्वती महिलाओं से संबधित पोषण आहार, शिशु से संबधित पोषण आहार या अन्य पोषक तत्व से संबंधित पोषण आहार पर फल व सब्जियों को सजा कर संतुलित पोषण का संदेश दिया। यह संदेश दिया कि भोजन हमारे जीवन की जरूरत है। भोजन है तो हम है। स्वस्थ भोजन से ही हमें ऊर्जा मिलती है और उस उर्जा से हम अपने दिन भर के काम करते हैं। भोजन में सलाद के महत्व को भी बताया गया।
छात्र छात्राओं ने अपनी सहभागिता निभाई तथा पोषण पखवाड़ा को जन जन तक पहुंचाने के लिए आह्वान किया। इस कार्यक्रम में स्वयं सेवक सोनम साहू, राजेश्वरी, निलेश्वरी, भारती, योगिता साहू, धनंजय, चंद्रप्रकाश, दमयंती, सरिता, रिंकी शर्मा, मंदाकिनी, रेणुका निषाद, सोनू, प्रज्ञा, प्रियंका इत्यादि ने भाग लिया। सरोज चंद्राकर,चुम्मन लाल निषाद, मुरली चंद्राकर ने कहा कि सभी वर्तमान में कोविड के नियमों का पालन करते हुए पोषण आहार एवं स्वच्छता की जानकारी अपने तक ही सीमित न रखकर जन-जन तक पहुंचाएं ताकि सभी स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें और कुपोषण से दूर रहें।