बच्चों की बुनियादी ज्ञान बढा़ने हुई कार्ययोजना
सचिव स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशन में विकास खंड शिक्षा अधिकारी सरायपाली के द्वारा बच्चों की उपलब्धि स्तर में सुधार हेतु दो दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन 16 एवं 17 मार्च को विकासखण्ड स्तर पर 8 जोन में बांटकर किया गया। विकासखंड के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, प्राथमिक शाला के शिक्षक, प्रधान पाठक, उच्च प्राथमिक शाला के शिक्षक एवं प्रधान पाठक कार्यशाला में सम्मिलित हुए।
उक्त कार्याशाला का मुख्य बिंदु कोविड 19 के चलते दो वर्षों में प्रारंभिक स्तर के विद्यार्थियों में हुए लर्निंग क्लॉस की पूर्ति हेतु कार्य योजना बनाकर 14 मई तक कक्षा संचालन करना एवं समुदाय के सहयोग से न्यूनतम दक्षता हासिल कराना रहा। इस प्रशिक्षण में मुख्य तौर पर एफएलएन के तहत कार्य, निपुण भारत, एनईपी 2020, बालवाड़ी, गतिविधि आधारित शिक्षण, टॉय पेडागोजी, सौ दिवसीय गणितीय एवं भाषाई कौशल, बुनियादी ज्ञान हेतु कार्य योजना निर्माण आदि रहा। इन बिंदुओं पर विशेष चर्चा विकासखंड शिक्षा अधिकारी पी सी मांझी, विकासखण्ड स्रोत समन्वयक बीआर पटेल तथा एबीईओ डी एन दीवान जी के द्वारा की किया गया। कार्यशाला में विकास खण्ड परियोजना अधिकारी जी आर नारंग की सक्रिय सहभागिता रही।
उक्त कार्यक्रम में विकासखण्ड के 321 आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक विभाग के 249 विद्यालय, माध्यमिक विभाग के 90 विद्यालय में से प्रथम दिवस 405 शिक्षक एवं आंगनबाड़ी के 146 कार्यकर्ता लाभान्वित हुए। इसी तरह द्वितीय दिवस में प्राथमिक विभाग एवम माध्यमिक विभाग के लगभग 300 शिक्षक तथा आंगनबाड़ी से 72 कार्यकर्ता लाभान्वित हुए। कार्यशाला विकास खण्ड के आठ जोन सरायपाली, मोहदा, नवागढ़, डुडुमचुआं, बलौदा, पैकिन, सिंघोडा एवं तोरेसिंहा आयोजित की गई। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से मास्टर ट्रेनर्स सी एल पुहुप, प्रभात भोई, संतोष साव, संगीता पंडा, मीरा पटेल, कैलाश चंद्र पटेल, चंद्रभानु पटेल , गीता खुंटे, सुशील चौधरी, बनमोती भोई, उमेश पटेल, ऋषि प्रधान, निर्मल मेहेर, सतीश स्वरूप पटेल, योगेश साहू, दुर्बादल दीप, निरुपमा देवता, किशोर पटेल,लोकेश पात्रो, ललित साहू, धर्मेंद्र राणा, जगबंधु वैष्णव एवं क्षितिपति साहू रहे। इस कार्यक्रम में विकास खंड के समस्त संकुल केंद्र समन्वयकों का विशेष सहयोग रहा।