मच्छरों से हारा सिस्टम, आम इलाकों में फॉगिंग के लिए हफ्ते में 10 लीटर डीजल
राजधानी को मच्छर मुक्त बनाने नगर निगम का स्वास्थ्य महकमा फाॅगिंग को लेकर भले ही लाख दावे करे, पर हकीकत इसके उलट है। पहले जहां हर वार्ड के लिए नगर निगम के मोटर वर्कशाॅप से मच्छरों के उन्मूलन के लिए 10 लीटर डीजल रोज मिलता था, अब रोेज फॉगिंग करने की जगह सप्ताह में एक बार 10 लीटर की पर्ची देकर वार्ड में मच्छर भगाने का इंतजाम किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक नगर निगम के मोटर वर्कशाॅप के पास 18 हजार लीटर की क्षमता वाली टैंकर है। फाॅगिंग के लिए इसी टैंकर से दस जोन के 70 वार्डों को डीजल आपूर्ति की जाती है। प्रभारी अधिकारी का कहना है, 18 हजार लीटर डीजल 6 दिन में खप रहा है। जोन स्तर पर डीजल आपूर्ति में भारी गड़बड़ी की शिकायत हाल ही में जोन स्तर की समीक्षा बैठक में की गई। भुक्तभोगी वार्ड पार्षदों का आरोप है, कुछ चुनिंदा वार्डों तक ही 10 लीटर पहुंचता है। कई वार्ड में जोन अफसर केवल 5 लीटर डीजल दे रहे हैं। इससे पूरे वार्ड की फाॅगिंग संभव नहीं है।
निगम प्रशासन के इस फरमान से जोन अध्यक्षों एवं वार्ड पार्षदों में भारी नाराजगी व्याप्त है। कांग्रेस पार्षद से लेकर भाजपा एवं निर्दलीय पार्षदों ने भी फाॅगिंग के नाम डीजल की कटौती को लेकर मोर्चा खोल दिया हेै। वीआईपी इलाके के लिए रोज 20 लीटर नगर निगम के आला अधिकारियों ने मौखिक फरमान जारी कर जहां झुग्गी बस्तियों व आम आदमी के रहवासी इलाकेे में फाॅगिंग पर डीजल कटाैती करा दी है। वहीं वीआईपी इलाके में सुबह-शाम 10-10 लीटर डीजल भेजा जा रहा है यानी एक दिन में 20 लीटर डीजल जलाकर मच्छरों को भगाने धुंए का प्रबंध नगर निगम का स्वास्थ्य अमला बिना नागा कर रहा है। मंत्री के बंगलों से लेकर विधायक कालोनी और आला अधिकारियों के इलाके में किसी तरह की डीजल कटौती नहीं हुई है।
जोन 5 के पं. दीनदयाल उपाध्याय वार्ड में पिछले 2 सप्ताह से फाॅगिंग नहीं हुई। 7 वार्डों के लिए मात्र 2 मशीनें जोन के पास हैं। इसलिए फाॅगिंग पर सीधा असर पड़ रहा है। – मधु चंद्रवंशी, पार्षद, पं. दीनदयाल उपाध्याय वार्ड खुद के खर्च पर फाॅगिंग महंत लक्ष्मीनारायण दास वार्ड में फाॅगिंग के लिए नगर निगम डीजल नहीं दे रहा है। वार्डवासी मच्छरों से त्रस्त हैं। फाॅगिंग कराने डीजल खरीदकर वार्ड में खुद ही फाॅगिंग कर रहा हूं। – जितेंद्र अग्रवाल, पार्षद एवं एमआईसी सदस्य फाॅगिंग बंद करें, एडल्ट लार्वा का कराएं छिड़काव फाॅगिंग कराने से कोई फायदा नहीं, क्योंकि जिस दवा का छिड़काव निगम कर रहा है, उससे मच्छर मरते नहीं है। ठंड के मौसम में धुंआ ऊपर नहीं उठता, बल्कि इस धुएं लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है। इसलिए मैने अपने वार्ड में सुबह एंटी लार्वा और शाम को एडल्ट लार्वा का अभियान चला रखा है। महापाैर को चाहिए फाॅगिंग बंद कराएं।
सूर्यकांत राठौर, पार्षद, रमन मंदिर वार्ड फाॅगिंग के लिए पहले हर वार्ड को प्रतिदिन 10 लीटर डीजल पर्ची के आधार पर देने का निर्देश था, पर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के मौखिक निर्देश पर सप्ताह में प्रति वार्ड 10 लीटर डीजल देने की व्यवस्था है। – युवराज सिदार, प्रभारी अधिकारी, मोटर वर्कशाप फाॅगिंग से शहर में मच्छर मर नहीं रहे हैं। डीजल अनाप-शनाप खप रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए महापौर और हमने डीजल की मात्रा में कटौती कर दी है। प्रतिदिन प्रति वार्ड 10 लीटर डीजल देने की जगह अब सप्ताह में जरूरत हिसाब से डीजल देने का सिस्टम बनाया है। – नागभूषण राव, अध्यक्ष, स्वास्थ्य विभाग, ननि रायपुर