बारहवीं की पूरक परीक्षा 17 से, छात्र इतने कम कि हर जिले में सिर्फ एक केंद्र
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बारहवीं कक्षा की पूरक परीक्षाओं का आयोजन 17 सितंबर से किया जा रहा है। पूरक दिलाने वाले छात्रों की संख्या इतनी अधिक कम है कि प्रत्येक जिले में सिर्फ एक केंद्र ही बनाया गया है। पूरे प्रदेश में 2325 छात्र पूरक परीक्षा में शामिल होंगे। सबसे अधिक 195 छात्र रायपुर जिले में हैं, जबकि सबसे कम 6 छात्र नारायणपुर में हैं। रायपुर में पूरक परीक्षा के लिए केंद्र जेएन पांडेय विद्यालय में बनाया गया है। मंडल द्वारा जुलाई में 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए गए थे। घर से हुई इस परीक्षा के रिजल्ट ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। पहली बार ऐसा हुआ, जब 97.43 प्रतिशत छात्र परीक्षा उत्तीर्ण करने में सफल हुए। इस वर्ष 2 लाख 89 हजार 23 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे। इनमें से 2 लाख 86 हजार 850 छात्र ही परीक्षा में शामिल हुए। शेष अनुत्तीर्ण अथवा पूरक श्रेणी में रखे गए।
परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में होने के दौरान अनुत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत भी अधिक होता था। इस कारण पूरक आने वाले छात्र भी अधिक संख्या में होते थे। 25 से 30 हजार छात्र हर वर्ष पूरक परीक्षा में शामिल होते थे। छात्र संख्या अधिक होने के कारण प्रत्येक जिले में बनाए जाने वाले परीक्षा केंद्रों की भी संख्या अधिक होती थी। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब माशिम ने एक जिले में सिर्फ एक ही केंद्र बनाया है। ये परीक्षाएं 30 सितंबर तक चलेंगी। परीक्षाएं प्रारंभ होने के साथ ही माशिम मूल्यांकन कार्य भी शुरू कर देगा, ताकि जल्द परिणाम जारी किए जा सकें। संख्या कम, इसलिए ऐसा निर्णय सिर्फ एक-दो छात्र के लिए अलग परीक्षा केंद्र नहीं बना सकते। पूरक में शामिल हो रहे छात्रों की कम संख्या को देखते हुए ही हर जिले में मात्र एक-एक केंद्र बनाया गया है। – प्रो. वीके गोयल, सचिव, माशिम