धरा गया आदमखोर तेंदुआ…..
वन विभाग की टीम ने करीब 4 दिन के बाद आखिरकार आदमखोर तेंदुआ पकड़ ही लिया. इस तेंदुए की वजह से कांकेर में काफी दहशत का माहौल था.
क्योंकि तेंदुआ अब तक दो ग्रामिणों को अपना शिकार बना चुका है. इस आदमखोर तेंदुए को पड़कने के लिए वन विभाग की टीम ने 3 पिंजरे लगाए थे. लेकिन इसे पकड़ने के चक्कर में एक भालू पकड़ा गया था.
आदमखोर तेंदुए को पकड़ने वन विभाग कई अलग-अलग प्रकार की प्लानिंग की थी. लेकिन शातिर तेंदुआ अब तक बस्ती के आसपास खुलेआम घूम रहा था. बता दें कि भैंसाकट्टा में महिला पर हमला कर उसे खाने के बाद वनविभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पहले एक पिंजरा में चारा डाल घटनास्थल पर लगाया था, मगर चालाक तेंदुआ चकमा देकर बगल के घर में घुसा गया. इसे देख विभाग ने गांव में तीन और पिंजरे चारा डाल लगाया, लेकिन बस्ती में आया तेंदुआ इन पिंजरों में रखे चारे से खुद के लिए खतरा भांप आसपास भी नहीं फटका.
इसके बाद भैंसाकट्टा पहाड़ी में कैमरा लगा बकरा बांधा गया था. यहां भी चालाक तेंदुआ पहाड़ पर मौजूद बकरे में रस्सी बंधी देख उसके आसपास भी नहीं फटका. वन विभाग की सारी मेहनत पर पानी फेरते हुए लकड़बग्घा बकरे को खा गया था. इसके बाद फिर वन विभाग ने भैंसाकट्टा व पलेवा में चारा डाल चार पिंजरा लगाया था. लेकिन शुक्रवार की रात भी पलेवा में लगे पिंजरे में तेंदुआ तो नहीं आया, अलबत्ता भोजन की तलाश में घूम रहा भालू पिजरे में फंस गया. इसके बाद भालू को वन विभाग ने पकड़ जंगल में छोड़ दिया.