महासमुंद(काकाखबरीलाल)। बसना ब्लॉक अंतर्गत ग्राम भंवरपुर से बड़े साजपाली के सड़क की हालत इन दिनों खस्ता हाल है. यहाँ मरम्मत के नाम पर बस खानापूर्ति किया जा रहा है, बता दें की बीते 5 सालों से यह सड़क जर्जर है, कोई सुनने वाला नहीं है. वहीँ जब समस्या को लेकर सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधि भी अधिकारियों के पास पहुँच रहे है तो उनकी भी बात नहीं सुनी जा रही है. सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधियों का आरोप है है कि अधिकारियों के सरंक्षण में हो रहा गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य किया जा रहा है. और इन भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने वाले अधिकारी को हटाया जाना चाहिए.
बसना जनपद अध्यक्ष रूकमणी सुभाष पटेल ने प्रेस- विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि भाजपा उपकृत ठेकेदारों द्वारा कांग्रेस शासन में भी भाजपा की ओर झुकाव रखने वाले कुछ एक प्रशासनिक अधिकारियों के सरंक्षण में गुणवत्ताहीन और स्टीमेट के विपरीत निर्माण कार्य किया जा रहा है. जिसे लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ता जयंत चौधरी रूखमणी पटेल जनपद अध्यक्ष बसना सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष हेमकुंवर रमेश पटेल जैसे जनप्रतिनिधियों द्वारा ग्रामीणों की मांग को प्रशासन तक पंहुचा रहे है. परंतु शिकायतो के निराकरण में रूचि न लेकर कुछ एक प्रशासनिक अधिकारी फर्जी जांच की बात कहकर ठेकेदार को खुला सरंक्षण दे रहे हैं.
जनपद अध्यक्ष रूकमणी पटेल ने बताया कि भाजपा के उपकृत ठेकेदारों के भ्रष्ट सड़क निर्माण पर वास्तविक जांच न कर गुपचुप जांच किया गया, शिकायत के बाद ग्रामीणों के समक्ष जांच करने के बजाय पीडब्ल्यूडी के अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति कर बिल भुगतान पर कहीं अधिक रूचि बनाए थे. जिसे लेकर ग्रामीण अधिकारियों के प्रति आक्रोशित थे. जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विकास कार्यो में लापरवाही और भाजपा के उपकृत ठेकेदारो से अफसरों की सांठगांठ की शिकायत जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर से की.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर ने ग्रामीणों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विभाग के अफसरों को मामले की जांच के लिए आवेदन प्रेषित किया था, कहा कि साथ ही किसी भी सूरत में शासन के राजस्व की क्षति न हो इसके लिए संपूर्ण जांच के उपरांत बिल भुगतान के लिए उल्लेख किया था. रूकमणी पटेल ने बताया कि शासन के कोष में क्षति पंहुचाकर घटिया निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों में विकास नही कहलाता.
वहीं सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष हेमकुंवर रमेश पटेल ने बताया कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर के संगठनात्मक कार्यो और सक्रियता से भाजपा के लोग व्यथित है. जिसके चलते वे घटिया निर्माण पर तो चुप है पर निर्माण पर जांच के लिए तैयार नही है.
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं औऱ जनप्रतिनिधियों का कहना है कि कई मार्गो में खराब सड़क के लेकर ग्रामीणों द्वारा जनप्रतिनिधियों को ही कहा जाता है, जिसके बाद जनप्रतिनिधियों द्वारा विधायक को खराब सड़को और अन्य कार्यो के लिए ज्ञापन दिया जाता है. लेकिन कार्यकर्ताओ का कहना है कि मरम्मतों के नाम से बस खाना पूर्ति किया जा रहा है.
कांग्रेस जिला महामंत्री जयंत चौधरी, बसना जनपद अध्यक्ष रूकमणी पटेल और सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष हेमकुंवर रमेश पटेल का कहना है कि कई बार विभाग को भ्रष्टाचार से सम्बंधित शिकायत और सड़क के मरम्मत को लेकर विधायक के संज्ञान देकर लेटर लिखा जाता है, लेकिन इसके बाद भी जांच के नाम से खाना पूर्ति किया जा रहा है. बार बार शिकायत के बाद भी कोई संतुष्टि जनक जांच कार्यवाही नही होना तथा बिना शिकायतकर्ताओं के बिना जांच करना और ठेकेदारों को बचाने की प्रयास के बाद ही कांग्रेस के जिलाध्यक्ष को गुहार लगाया गया था. ग्रामीणों की समस्याओं पर जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत पर कोई जांच कार्यवाही नही हुई. इसके बाद ही कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने लेटर लिखा कि शिकायतकर्ताओ और जनप्रतिनिधियों के सामिल कर निष्पक्ष जांच करें.
कार्यकर्ताओं ने पीडब्लूडी के अधिकारी कार्यपालन अभियंता सिन्हा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कार्यलय से आवेदन कॉपी कैसे लिक हो गया ? कल के दिन में अगर कोई किसी मार्ग का टेंडर भरेगा तो वह भी लीक हो जाएगा वह भी जांच का विषय है. कहा की अगर जिम्मेदार अधिकारी के ऊपर जांच और कार्यवाही नही होती है और अधिकारी को नही हटाया जाता है तो आगे आंदोलन किया जाएगा.