GGU बिलासपुर के पत्रकारिता विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति निरस्त करने की मांग
बिलासपुर(काकाखबरीलाल)।गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के छात्र नेता अंग्रेजी विभाग के संदीप लहरे ने केंद्रीय विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति संबंधी साक्षात्कार कार्यक्रम को कुलपति एवं कुलसचिव के नाम पत्र लिख कर निरस्त करने की मांग की है ।
उन्होंने बताया है कि पत्रकारिता विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर नियुक्ति के लिए योग्यता संबंधी मामला 2013 से न्ययालय में लंबित है । फिर अचानक इस पोस्ट के लिए दिनांक 19-02-2020 को साक्षात्कार क्यो लिया जा रहा है ? यह कि जिस अभियार्थी ने 2013 में न्यायालय से अपील की थी , अगर वह केस जीतता भी है तो वह इस नियुक्ति के बाद अवसर/पद गवां चुका होगा । ऐसे में यह साक्षात्कार होना अभ्यर्थी के साथ अन्याय है । यह कि जिन 4 अभ्यर्थी को केंद्रीय विश्वविद्यालय की कमेटी ने साक्षात्कार के लिए योग्य माना है, उनमे से 3 की पहली नियुक्ति (असिस्टेंट प्रोफेसर पद) ही न्यायालय जाँज (2009) के दायरे में है । यह कि देश भर से योग्य असिस्टेंट प्रोफेसर ने आवेदन किया लेकिन केंद्रीय विश्वविद्यालय की कमेटी ने कुशाभाऊ पत्रकारिता विश्वविद्यालय (संघ प्रभावी) से ही 3 अभ्यर्थी को इंटरव्यू के लिए योग्य माना है , यह केंद्रीय विश्वविद्यालय की संघीय मानसिकता को प्रदर्शित करता है । यह कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय के इन तीनो शिक्षको की नियुक्ति पर सीबीआई जांज की मांग की है जो विचाराधिन है । संदीप लहरे ने सियू प्रशासन की इस भर्ती को लेकर जमकर हमला बोला है । केंद्रीय विश्वविद्यालय में बच्चो के पढ़ने के लिए बिल्डिंग नही है वही कुलपति जी ने RSS ( संघ)के पदाधिकारियों के ठहरने के लिए आलीशान विश्राम गृह बनवाया गया है । वही पत्रकारिता विभाग में करोड़ों का बना हुआ मीडिया लैब के लिए एक ऑपरेटर नही ला पा रहे है । कुलपति जी विश्वविद्यालय में संघी के हितों के लिए काम कर रही है ना कि छात्रों के हितों के लिए
ज्ञापन देते वक्त छात्र परिसद से संदीप लहरे , सचिन गुपता , दीपेश साहू , रेणुका पांडेय , सूर्यप्रकाश पाली , संदीप कुमार लहरे , वीर प्रताप सिंह, विशाल प्रताप सिंह , निखिल यादव । एवं छात्र में से लक्ष्मण , घनेन्द्र बंजारे , गोपाल पटेल, आशुतोष नायक , दीपक जैसवाल, अविनाश खलखो, अभिषेक यादव , श्रीकांत भारद्वाज ,सागें सोरेन , प्रेम अहिरवार ,आलोक वैष्णव अन्य छात्र मौजूद थे।