महासमुंद : छात्रा मालवाहक की चपेट में आकर हुई घायल
नो एंट्री का बोर्ड शहर के आउटर में जरूर लगा है, लेकिन उस टाइमिंग का कोई मतलब नहीं है। भारी वाहन जब चाहे तब शहर में बेधड़क तेज रफ्तार से घुस रहे है और लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने व छुट्टी होने के समय होती है। इस समय हादसे का भय बना रहता है। शनिवार को स्कूल लगने के समय मालवाहक ने 11वीं की छात्रा को चपेट में ले लिया। हालांकि हादसे में स्कूली छात्रा को गंभीर चोट नहीं आई है, लेकिन एक बड़ा हादसा हो सकता था। इधर, हादसे के बाद स्कूल प्रबंधन ने एसपी को पत्र लिखकर डिवाइडर की वजह से लग रहे जाम से निजात और शहर में स्कूल टाइम पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है।बता दें कि नो एंट्री पर रोक कोविड काल से बंद है। वर्तमान में स्थिति सामान्य हो गई है, इसके बावजूद यातायात नो एंट्री पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस संबंध में यातायात डीएसपी राजेश देवांगन का कहना है कि शासन और प्रशासन को स्कूल समय मे भारी वाहनों की नो एंट्री का नियम लागू करने कुछ माह पूर्व पत्र लिखा जा चुका है पर अभी तक सहमति नहीं मिली है जैसे ही सहमति मिलती है। नियम लागू कर भारी वाहनों के प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
आदर्श उमा विद्यालय की विद्यार्थी है घायल छात्रा
आदर्श बालक शाला में अध्ययनरत कक्षा 11वीं की छात्रा तारणी साहू शनिवार सुबह घर से स्कूल आ रही थी। स्कूल के पास पहुंची थी कि रायपुर से राजिम की ओर जा रहा मालवाहक वाहन क्रमांक सीजी 06 पीडब्ल्यू 0602 से हादसे का शिकार हो गई। छात्रा के हाथ में चोट और पैर में मोच आने से वह घायल हो गई है।
फल, पान ठेला और अन्य दुकानों को हटाने की मांग
स्कूल के प्राचार्य हेमेन्द्र आचार्य ने बताया कि उन्होंने हादसे के तुरंत बाद एसपी के नाम पत्र लिखा है जिसमें स्कूल समय सुबह साढ़े 10 से दोपहर 12 बजे और शाम 4 से 6 बजे तक शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने पालिका प्रशासन को भी पत्र लिखा है जिसमें स्कूल के प्रवेश द्वार से लगे फल, पान ठेला और अन्य दुकानों को हटाए जाने की मांग की है, ताकि स्कूल के पास हादसे न होने पाए।