सरायपाली विधानसभा में बसपा से टिकट दिलाने के नाम पर एक लाख की ठगी की शिकायत…बसना थाना के ग्राम अंकोरी का मामला…

जोगी कांग्रेस के एक नेता ने घटना को दिया अंजाम, पार्टी के ही महिला कार्यकर्ता ने लगाया आरोप
काकाखबरीलाल,सरायपाली। विधानसभा टिकट दिलाने का झांसा देकर महिला से एक नेता ने 1 लाख 6 हजार रूपये ऐंठ लिए. टिकट नही मिलने पर उक्त व्यक्ति द्वारा रकम वापिस नही किये जाने पर थाने में शिकायत की है. पुलिस भी मामले की छानबीन कर रही है. मामला बसना थाना अंतर्गत गांव अंकोरी का है, वहां की रहने वाली सफीरा बाघ ने जोगी कांग्रेस के नेता तिरथ पटेल के ऊपर यह आरोप लगाया है.
जनता कांग्रेस छग जे की जिला अध्यक्ष सफीरा बाघ ने थाने में दिए आवेदन में यह उल्लेख किया है कि सरायपाली विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी से टिकट दिलवाने के लिए तिरथ पटेल ग्राम दल्लीपाली निवासी जो जनता कांग्रेस जे के चुनाव प्रभारी ने1 नवंबर को महिला को फार्म भराने के नाम पर रायपुर ले गया. जहां एक होटल में बहुजन समाज पार्टी के अशोक सिद्धार्थ से उसकी मुलाकात करवाई. 2 नवंबर को चुनाव फार्म भरने के लिए आवश्यक दस्तावेज लेकर महासमुंद आने की बात कही. इसी बीच रायपुर से वापस आते समय एक ढाबा के पास रात्रि भोजन उपरांत श्री पटेल ने नामांकन फार्म भरने एवं बी वन दिलाने के नाम पर एक लाख छ हजार रूपये की मांग की. जिस पर श्रीमती बाघ ने अपने साथ मौजूद भतीजे सुधीर बाघ के हांथो से 80 हजार रूपये दिलवाई. बाकी रकम बाद में देने की बात कही. दूसरे दिन खाता खुलवाने हेतु तिरथ पटेल ने बुलवाया तथा बाकी रकम देने के लिए दबाव बनाया. गांव के एक व्यक्ति सम्पत्ति बारीक से बाकी रकम 26 हजार रूपये लाकर उसे दिए. इसके पश्चात चुनाव फार्म भरने के लिए जब वे महासमुंद गए तब रकम लेने वाला न तो तिरथ पटेल वहां मिला और न ही उसका कोई साथी वहां मौजूद था. इसके बाद लगातार महिला द्वारा उक्त व्यक्ति से संपर्क करते हुए पैसे को वापस करने की मांग क ी जा रही थी लेकिन उसके द्वारा ठोस आश्वासन नही दिए जाने पर उसे मजबूरीवश पुलिस की शरण लेनी पड़ी. अब पुलिस ने मामला दर्ज कर आपसी लेन-देन बताते हुए आवेदक को कोर्ट की शरण लेने का सुझाव दिया है. इस संबंध में तिरथ पटेल के मोबाईल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नही हो सका.
इस संबंध में बसना थाना प्रभारी शरद ताम्रकर से पूछे जाने पर बताया कि यह अहस्तक्षेप योग्य अपराध है. जिसमें पुलिस कार्यवाही नही कर सकती. उसे आपसी लेन देन का मामला बताते हुए 155 सीआरपीएफ कायम कर कोर्ट में प्रार्थिया को परिवाद दायर करने की सलाह दी गयी है.