छत्तीसगढ़ के प्राईवेट अस्पतालों में अब हार्ट, पेस मेकर सहित 700 बीमारियों के इलाज का पैकेज बढ़ेगा

रायपुर (काकाखबरीलाल).प्रदेश के निजी अस्पतालों में अब हार्ट, पेस मेकर और हेड इंज्यूरी सहित 700 बीमारियों के इलाज का पैकेज बढ़ेगा। पेस मेकर लगाने का खर्च 60 हजार से बढ़कर 80 हजार तक हो सकता है, जबकि हार्ट वेल सर्जरी का खर्च 80 हजार से बढ़कर 1 लाख रुपए तक हो सकता है। खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के लिए रेट अप्रूव हो गए हैं। प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में इलाज के पैकेज की घोषणा एक दो दिनों में कर दी जाएगी। इसके साथ ही 700 पैकेज में इलाज का खर्च बढ़ जाएगा, जबकि 288 में इलाज का खर्च कम हो जाएगा। इसके तहत 1500 बीमारियों के इलाज को शामिल किया गया है। इससे 65 लाख परिवारों को लाभ होगा। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी हैं। इसके साथ ही अस्पतालों को नए पैकेज के अनुसार इलाज का भुगतान किया जाएगा। नई दरों को सोमवार से लागू किए जाने की संभावना है।
प्रदेश में फ्री इलाज योजना से बीमा कंपनी पहले ही बाहर हो चुकी है। अब ट्रस्ट मॉडल से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता एवं मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना में सरकारी व पंजीकृत निजी अस्पतालों में मरीजों का 50 हजार से लेकर पांच लाख रुपए तक फ्री इलाज किया जा रहा है। बीपीएल मरीजों को पांच लाख व मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना में 50 हजार तक फ्री इलाज मिल रहा है। विशेष बीमारियों में इलाज के लिए मुख्यमंत्री कोष से 20 लाख रुपए देने का प्रावधान किया गया है। ट्रस्ट मॉडल में अस्पतालों का भुगतान बीमा कंपनी के बजाय स्टेट नोडल एजेंसी करेगी। बता दें कि प्रदेश में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना व मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का नाम बदल दिया गया है।
ट्रस्ट मॉडल में फिलहाल पुराने पैकेज के आधार पर अस्पतालों को भुगतान किया जा रहा है। लेकिन नए पैकेज को मंजूरी मिलने के बाद अस्पतालों को आने वाले दिनों में भुगतान नए पैकेज के अनुसार किया जाएगा। नए पैकेज के अनुसार अस्पतालों का फिर से रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। जब तक नए सिरे से पंजीयन नहीं होगा, तब तक पहले के पंजीकृत अस्पतालों में मरीजों का फ्री इलाज होता रहेगा।
“आयुष्मान भारत की नोडल एजेंसी ने इलाज के लिए राज्य से भेजे गए रेट को अप्रूव कर दिया है।
एक दो दिन में नई दरों की घोषणा कर दी जाएगी।”
टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़