
खाद लेने गए दर्जनों किसान खाद के अभाव में बैरंग लौटे
सरायपाली. जिला सहकारी बैंक तोरेसिंहा शाखा अंतर्गत प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति केना में 13 गांव के 755 किसान प्रतिवर्ष कृषि ऋण, धान बीज एवं खाद का लाभ लेते हैं. लेकिन इस वर्ष किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पाया है और किसान खाद के लिए सहकारी समिति का चक्कर लगा रहे हैं. कल 26 जुलाई को लगभग 150 किसान खाद लेने के लिए पहुंचे हुए थे. जिसमें से 80 से 90किसानों को ही खाद दिया गया. खाद की कमी के कारण बाकी किसान बिना खाद लिए वापस चले गए.
जानकारी अनुसार केना सोसायटी अंतर्गत इच्छापुर, बेलमुण्डी, टेंगनापाली, खैरझिटकी, सलडीह, साल्हेपाली, पाईकपारा, नानकपाली, जलगढ़, केसराटाल, कोदोगुड़ा, सिंगारपुर एवं केना ग्राम आते हैं. खाद लेने के लिए सोसायटी पहुंचे किसान धु्रवा भोई पाईकपारा, अधिकारी प्रधान केना, कमललोचन नानकपाली, सोनार्तन टेंगनापाली, नरसिंह साहू इच्छापुर, विश्वामित्र प्रधान केना, प्रदीप चौधरी इच्छापुर, मोहपत केना आदि लोगों ने बताया कि इस वर्ष खाद वितरण काफी देर से हो रहा है, जबकि एक माह पूर्व ही खाद का वितरण हो जाना था. सोसायटी से खाद नहीं मिलने के कारण कई किसान बाजार से खाद खरीदकर खेत में डाले हैं तो कुछ किसान सोसायटी के भरोसे पर ही आश्रित थे. समय पर खाद नहीं मिलने से फसल का उत्पादन भी प्रभावित होने की आशंका किसानों द्वारा जताई जा रही है. आज भी कई गांव के किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो पाया है. 26 जुलाई को सोसायटी में जिस तरह से भीड़ देखी जा रही थी और सोसायटी में जितना खाद का भंडारण था, उसे देखते हुए खाद ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुआ. आधे किसान तो खाद खत्म हो जाने से बेरंग वापस लौटे. लगभग माह भर पूर्व लगातार हुए 20 घण्टे की बारिश से एक सप्ताह तक खेती किसानी का कार्य जोरों शोरों से चला. जब किसानों को खाद की सख्त आवश्यकता थी, उसी समय सोसायटी में ही खाद की कमी बनी हुई थी, जिसके चलते किसान खाद लेने से वंचित हो गए थे. खाद आने की जानकारी मिलते ही सभी गांव के किसान खाद लेने के लिए पहुंचे थे, लेकिन सभी किसानों को खाद वितरण नहीं किया गया.
500 बोरी खाद की मांग की गई है-समिति प्रभारी
इस संबंध में समिति प्रभारी विजय बारिक से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि 500 बोरी डीएपी खाद मंगवाया गया है, आने के बाद सभी किसानों को दिया जाएगा. लगभग 20 से 25 नए किसानों को ही खाद नहीं मिला है. एक-दो दिन बाद पर्याप्त मात्रा में खाद आ जाएगा. बारिश की वजह से कल 26 जुलाई को खाद नहीं आ पाया.