हर्बल लाइफ से जुड़े शिक्षक अब शिक्षा विभाग की रडार में, लोगों ने कहा महासमुंद में भी ऐसे आदेश की जरूरत
विजय कुमार चौहान,काकाखबरीलाल@महासमुंद। इन दिनों जिले सहिंत राज्यभर में नेटवर्क मार्केटिंग और वेलनेस कंपनी में जुड़ने का प्रलोभन दिया जा रहा है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जहां आमजन सहिंत सरकारी शिक्षक भी इसमें संलिप्त नजर आ रहें हैं। अक्सर सोशल मीडिया में देखा जा सकता है की वजन कम करना वजन बढ़ाना इन सबको लेकर लगातार विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम संचालित हो रहें हैं जिसमें जुड़कर बंगला, गाड़ी एंव अंधा पैसा कमाने का झांसा देते हैं । इसी तारतम्य में अब सारंगढ़ के शिक्षा विभाग काफी सख्त नजर आ रही है। आज शाम तेजी से एक लेटर वायरल होता दिखाई दे रहा है जिसमें आज दिनांक 29 अक्टूबर को वायरल लेटर में जिला शिक्षा अधिकारी सारंगढ़ ने सर्व विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, जिला – सारंगढ़-बिलाईगढ़ को लेटर लिखा है जिसमें जिले के समस्त हर्बल लाईफ से जुड़े शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया है।
आगे कहा है कि विकास खण्ड अन्तर्गत कार्यरत शिक्षक जो कि हर्बल लाईफ या अन्य इसी प्रकार के लाभप्रद व्यापार से जुड़े हों भले ही वे नियमित रूप से विद्यालय आ रहें हो कि सूची प्रमाण (वीडियो, फेसबुक या व्हाटस-अप चैट) के साथ तत्काल कार्यालय को उपलब्ध कराने कहा गया है, अब आगे इनके ऊपर क्या कुछ कार्यवाही होती है यह देखना होगा।
महासमुंद जिले में भी एक ऐसे आदेश की जरूरत
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार महासमुंद जिले में भी अधिकांश टीचर वेलनेस कम्पनी और नेटवर्क मार्केटिंग मे जुड़े हुए है। जो आये दिन अपने सोशल मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप, व्हाट्सएप चैनल, फेसबुक आदि माध्यम से लगातार प्रचार प्रसार करते दिख जाएंगे । बहुतो के बारे मे ये भी खबर है की ड्यूटी के टाइम मे शेयर बाजार मे ट्रेडिंग मे अधिकांश समय दे रहें हैं जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की क्या स्थिति होगी।
ऐसे शिक्षकों पर कड़ाई जरूरी है जो पढ़ाई छोड़ यह सब अन्यत्र गतिविधियों में संलिप्त हैं। सारंगढ़ जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश के बाद अब महासमुंद जिले में भी इस तरह की आदेश की जरूरत है जिससे नेटवर्क मार्केटिंग, वेलनेस कोच का धंधा चलाने वाले शिक्षकों पर शख्त कार्यवाही हो सके।