महांसमुद : निजी खाद दुकानों से अधिकारियों की मौजूदगी में सरकारी दाम पर ही खाद मिलेगी
बसना, सरायपाली और पिथौरा क्षेत्र के किसानों को अब निजी खाद दुकानों से अधिकारियों की मौजूदगी में सरकारी दाम पर ही खाद मिलेगी। किसी भी निजी दुकान से अधिक दाम में यूरिया, डीएपी सहित अन्य खाद नहीं बेची जाएगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच कल मंगलवार को रेस्ट हाउस में आयोजित बैठक में यह तय किया गया है। माना जा रहा है कि सरकारी दर पर निजी दुकानों में भी खाद मिलने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। यदि समितियों से नगद में खाद मिलती है तो यह किसानों के हित में बड़ा फैसला होगा।
गौरतलब है कि कल मंगलवार को बसना, सरायपाली, पिथौरा सहित आसपास के किसानों ने सहकारी समितियों से नगद राशि के एवज में खाद देने की मांग को लेकर यूरिया बइठका और चक्काजाम का आयोजन किया था। बसना क्षेत्र के एनएच.53 में ग्राम सिंघनपुर के पास एनएचएआई के रेस्ट एरिया में आयोजित इस बइठका में किसानों ने सीधे तौर पर कहा कि किसानों को कर्ज के रूप में नहीं, नगद राशि के रूप में भी यूरिया सहित अन्य खाद सहकारी समितियों से चाहिए। सुबह 11 बजे आंदोलन शुरू हुआ और दोपहर 2 बजे किसान सिंघनपुर के रेस्ट एरिया में एकत्रित हुए। यहां किसानों ने मिलकर अपनी मांगे रखीं। किसान नेता व जिला पंचायत सदस्य जागेश्वर जुगनू चंद्राकर और किसान नेता सोहन पटेल ने कहा कि किसानों को उचित मूल्य में खाद नहीं मिल पा रही है। निजी दुकानों से महंगे दाम में खाद खरीदने को किसान मजबूर हैं। सही समय पर खाद नहीं मिलने से रबी सीजन में किसानों द्वारा ली गई फसल मरने के कगार पर है। इस यूरिया बइठका में अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव एवं छत्तीसग किसान मजदूर महासंघ के संचालक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के उपाध्यक्ष मदन लाल साहू, विद्याचरण चौधरी, लखन पटेल, कांति सागर, प्यारीराम साहू, आदि सम्मिलित रहे।