घूमने-फिरने के शौकीनों के लिए ट्रैवल एंड टूरिज्म इंडस्ट्री में हैं बेस्ट करियर ऑप्शंस, इनकम के साथ सम्मान भी बढ़ाएगा ये पेशा
महामारी का असर कम होने के बाद घूमने-फिरने के शौकीन सैर-सपाटे पर निकल रहे हैं। ऐसे में टूरिज्म इंडस्ट्री एक बार फिर ऊंचाईयों को छूती दिखाई दे रही है। अगर आप अपने लिए बेहतर करिअर के विकल्प तलाश रहे हैं तो टूरिज्म इंडस्ट्री में अपना भविष्य संवार सकते हैं। यहां अच्छी इनकम के साथ आपको भरपूर सम्मान भी मिलेगा। इस क्षेत्र में की जाने वाली इन 5 नौकरियों और विस्तार से करिअर ऑप्शंस के बारे में जानिए :
ट्रैवल एजेंट- ट्रैवल एंड टूरिज्म के क्षेत्र में ट्रैवल एजेंट की नौकरी सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। इस नौकरी के लिए मैनेजमेंट और बजट स्किल जरूरी है। एजेंट का काम पर्यटकों के लिए यात्रा योजना तैयार करना होता है। ट्रैवल एजेंट का काम लोगों के लिए बढ़िया ट्रिप खोजना और टूर पैकेज तैयार करना भी है। इसमें रिसॉर्ट्स की बुकिंग से लेकर पूरा वैकेशन पैकेज तैयार करना शामिल है।
टूर गाइड- टूर गाइड को नई जगहों की जानकारी होने के साथ ही कहानी कहने का हुनर भी आना चाहिए। टूर गाइड के नाम से ही पता चलता है कि उसका काम पर्यटकों को विभिन्न पर्यटन स्थलों की जानकारी देना और उससे जुड़े इतिहास के बारे में बताना होता है। ऐसे में इन स्थलों के इतिहास की ना केवल जानकारी होना जरूरी है बल्कि उसे बताने का तरीका भी दिलचस्प होना चाहिए, ताकि लोग उसके बारे में आसानी से समझ सकें और बोर भी ना हों।
एग्जीक्यूटिव शेफ- इस नौकरी में किचन कर्मियों की देखरेख करनी होती है। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय शेफ के तौर पर काम करते हुए आप दुनियाभर में यात्रा करने के साथ ही वहां के व्यंजनों के बारे में भी जान सकते हैं। इसे ट्रैवल एंड टूरिज्म की ज्यादा क्रिएटिव और मांग वाली नौकरी में से एक माना जाता है।
क्रूज शिप डायरेक्टर- किसी क्रूज के एडमिनिस्ट्रेटर का काम करने वाले को क्रूज शिप डायरेक्टर कहते हैं। जिसकी जिम्मेदारी किसी क्रूज में मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करना होता है। ये लोग अकसर पब्लिक डिक्लरेशन देते भी दिखते हैं।
पीआर मैनेजर- इनका काम पूरे ब्रांड की प्रतिष्ठा को बनाए रखना होता है। जिसके लिए विशिष्ट रणनीतियों की योजनाएं बनानी होती है। इससे पीआर मैनेजर (PR Manager) को योजना को लागू करने के साथ ही कंपनी की प्रतिष्ठा को बनाए रखने और उसे आगे बढ़ाने में मदद मिलती है। इनका काम कई बार कंपनी के प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभालना भी होता है।
टूरिज्म में बैचलर्स के लिए जरूरी स्किल्स :
टूरिज्म स्टूडेंट्स को ग्लोबल कल्चर की जानकरी सहित ट्रेवल बिजनेस के सभी आस्पेक्ट्स के बारे में अच्छी जानकारी होना चाहिए।
बिजनेस के बड़े प्रोजेक्ट्स को निपटाने के लिए कस्टमर रिलेशन मैनेजमेंट भी एक ऐसा महत्वपूर्ण स्किल है जो टूरिज्म स्टूडेंट्स के पास होना चाहिए।
भारत की हिस्ट्री, जियोग्राफी, आर्किटेक्चर और मोन्युमेंट्स के बारे में काफी अच्छी जानकारी जरूरी है।
इस इंडस्ट्री के एम्पलॉयीज को अच्छी तरह प्रशिक्षित किया जाना चाहिए और उनके पास बेहतरीन इंटरपर्सनल स्किल्स होना चाहिए।
किसी फॉरेन लैंग्वेज की जानकारी इस पेशे में काफी फायदेमंद रहती है।
एम्पलॉयीज खुद को पासपोर्ट्स, वीजा, टिकिट बुकिंग आदि से संबद्ध सभी रूल्स और रेगुलेशन्स की जानकारी से हमेशा अपडेटेड रखें।
इस क्षेत्र में सैलरी प्रोस्पेक्ट्स जानिए
टूरिज्म इंडस्ट्री में सैलरी पैकेज कैंडिडेट के वर्क एक्सपीरियंस, स्किल–सेट और संबद्ध कंपनी में उनकी पोजिशन पर निर्भर करता है। जैसे किसी ट्रेवल एजेंट की एवरेज सैलरी लगभग 3 लाख रुपये प्रति वर्ष होती है जबकि किसी लॉजिंग मैनेजर की एवरेज सैलरी लगभग 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक होती है। इसी तरह, किसी ट्रेवल कोऑर्डिनेटर की एवरेज सैलरी लगभग 5 लाख रुपये, फ्रंट ऑफिस एग्जीक्यूटिव की सैलरी लगभग 2.5 लाख रुपये और टूर ऑपरेशन मैनेजर की सैलरी लगभग 3 लाख रुपये प्रति वर्ष होती है।