मुख्यमंत्री ने किया “बापू की कुटिया” का उदघाटन….साथ ही बुजुर्गों को दिया बड़ा तोहफा, अब स्मार्ट कार्ड से करा सकेंगे 80 हजार तक का इलाज

काकाखबरीलाल रायपुर, 27 जनवरी – राजधानी रायपुर में आज से बुजुर्गां के लिए तैयार की गयी बापू की कुटिया का शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कलेक्टर परिसर में बने बापू की कुटिया का उदघाटन किया। कलेक्टर ओपी चौधरी के इस अनूठे पहल का बड़ा मकसद है बुजुर्गो को दो पल का सुकून देना। शहर के विभिन्न हिस्सों में ऐसी 50 कुटिया बनाई जाएंगी। बापू की कुटिया में लूडो, शतरंज, कैरम बोर्ड, टीवी, म्यूजिक सिस्टम, पत्र-पत्रिकाएं होंगी….साथ ही बैठने की बढ़ियां व्यवस्था भी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के बुजुर्गों को बड़ी सौगात भी दी. उन्होंने कहा कि अब स्मार्ट कार्ड के जरिए इलाज कराने पर बुजुर्गों को स्मार्ट कार्ड के जरिये 80 हजार तक इलाज कराने की सुविधा मिलेगी.. जबकि पहले ये रकम सिर्फ 80 हजार रुपये तक की थी.. जिसमें से अब 30 हजार रुपए का अतिरिक्त लाभ मिलेगा.
आज उदघटान मौके पर मुख्यमंत्री ने बापू की कुटिया में तैयार की गयी सुविधाओं के बारे में जाना.. कलेक्टर ओपी चौधरी ने मुख्यमंत्री कुटिया में बुजुर्गों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। बापू की कुटिया के लिए जगह इस हिसाब से सलेक्ट किया जा रहा कि बुजुर्गों को नजदीकी कुटिया तक पहुंचने में आधा से एक किलोमीटर का फासला तय करना पड़े। इतनी दूरी वे पैदल वॉक करते हुए भी तय कर सकते हैं। कुटिया की साइज पांच सौ से छह सौ फुट होगी। इसकी सीटिंग अरेंजमेंट ऐसी की जा रही है कि 40 से 50 बुजुर्ग एक समय में बैठ सकें। बेहतर ढंग से संचालन हो सकें, इसलिए इसे गैर सरकारी हाथों में दिया जा रहा है। जिला प्रशासन इसमें वन टाईम इंवेस्टमेंट करके समाजसेवी संस्थाओं को संचालन के लिए दे देगी। इसके लिए ऐसी समाजिक संस्थाओं की लिस्टिंग की जा रही है, जिनका रिकार्ड बेस्ट हो।
पहली बापू की कुटिया कलेक्ट्रेट गार्डन के पास बनाई गई है। साढ़े छह सौ फुट में बनें
कलेक्टर ओपी चौधरी ने एनपीजी को बताया कि व्यस्त लाइफ के इस दौर में बुजुर्ग एकाकी महसूस कर रहे हैं। उनके मनोरंजन के लिए कोई साधन नहीं होते। ओल्ड एज होम में जाने से वे कांफर्ट फील नहीं करते। आम आदमी भी नहीं चाहता कि उनके मां-पिता ओल्ड एज होम जाएं। बापू की कुटिया उनके लिए बढ़ियां विकल्प होगा। वें वहां आराम से दो-चार घंटा बिता सकते हैं….पत्र-पत्रिकाओं से रोज की खबरों से अपडेट हो सकते हैं। वहीं, उनके लिए कुटिया में गेम एवं मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध रहेंगे। एक-दूसरे से वे अपने अनुभव को शेयर कर सकेंगे।