सड़क निर्माण के कार्य के लिए भारी पैमाने पर हो रहा है अवैध मुरूम का उत्खनन

प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा और रेत के अवैध परिवहन के रोकथाम के लिए सभी जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है तथा अवैध परिवहन होने की स्थिति में कलेक्टर और एसपी के जिम्मेदार होने की बात कही है लेकिन ग्रामीण इलाकों में खनिज पदार्थों के उत्खनन और परिवहन का काम बदस्तूर चल रहा है। दरअसल ऐसा ही मामला जिले के बसना ब्लॉक अंतर्गत भंवरपुर बड़ेसाजापाली रोड में सामने आया है। जहां सड़क निर्माण के कार्य के लिए भारी पैमाने पर अवैध उत्खनन कर मुरूम एवं अन्य गौण खनिज पदार्थों का उपयोग किया जा रहा है।
लगभग 17 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है जिसके द्वारा पहाड़ी इलाकों से काफी मात्रा में मोरम का उत्खनन किया जाकर परिवहन कराया जा रहा है अवैध परिवहन और उत्खनन से जहां शासन को लाखों रुपए के रॉयल्टी का नुकसान हो रहा है वहीं दूसरी ओर कई जगह पहाड़ियों के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा रहा है। अवैध उत्खनन और परिवहन से जहां पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंच रहा है ऐसे में मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद भी अवैध उत्खनन और परिवहन किये जाने से कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। कार्यवाही को लेकर प्रशासन आखिर क्यों ठोस कदम नहीं उठा रहा है यह प्रश्न भी सामने आ गया है।