छत्तीसगढ़

जिले के इस गांव में हुआ अनोखा रावण दहन……

बिलासपुर के मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम हिर्री में दशहरा पर्व पर रावण के पुतले को पूर्व सरपंच पति ने समय से पहले दोपहर में ही जला दिया। इससे गांव में बवाल मच गया। खबर मिलते ही पुलिस गांव पहुंच गई और पूर्व सरपंच समेत तीन लोगों को पकड़ थाने ले आई। इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने आनन फानन में रावण का नया पुतला तैयार किया और उसमें पूर्व सरपंच पति की तस्वीर लगाकर दहन किया।
शुक्रवार को दशहरा पर्व पर गांव-गांव में दशानन का पुतला बनाकर दहन किया जा रहा था। इस दौरान मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत हिर्री में भी सरपंच गोविंद राम केंवट व ग्रामीणों ने मिलकर रावण का पुतला तैयार किया था। शाम 6 बजे पुतला दहन होना था। लेकिन, इससे पहले ही दोपहर में मौका पाकर पूर्व सरपंच पति जगदीश साहू ने रावण के पुतले को आग के हवाले कर दिया। इस बीच रावण के पुतले को जलाने की खबर मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। इस घटना से गांव की तनाव की स्थिति भी निर्मित हो गई। ग्रामीणों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। खबर मिलते पुलिस गांव पहुंची और पूर्व सरपंच सावित्री साहू के पति जगदीश साहू के साथ ही नागेश्वर साहू व हीरा साहू को पकड़ कर थाने ले आई। इधर, नाराज ग्रामीणों ने रावण का दूसरा पुतला तैयार किया। फिर देर शाम उन्होंने रावण के पुतले में जगदीश साहू की तस्वीर लगाकर जलाया।
पूर्व सरपंच के खिलाफ पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
सरपंच गोविंद राम केंवट ने बताया कि रावण बनाने वाले मूर्तिकार हीरालाल साहू के साथ जगदीश ने गाली-गलौज भी किया था। इस घटना की जानकारी भी पुलिस को दी गई। गांव में तनाव को देखते हुए सरपंच पति जगदीश सहित तीन लोगों को पुलिस पकड़कर थाने ले गई। लेकिन, रात में ही उन्हें छोड़ दिया गया। शनिवार को सरपंच गोविंद व ग्रामीण थाना पहुंचे, तब पुलिस ने उन्हें गवाही लाने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही।
नहीं मिला प्रत्यक्षदर्शी, इसलिए नहीं की कार्रवाई
मस्तूरी टीआइ प्रकाश कांत ने बताया कि गांव में अज्ञात व्यक्ति ने रावण को पहले ही दहन कर दिया था। इसके चलते पुलिस गांव पहुंची थी। प्रारंभिक पूछताछ में पूर्व सरपंच पति पर रावण जलाने का आरोप लग रहा था। इसके चलते पुलिस संदेह के आधार पर उसे व अन्य ग्रामीणों को पकड़कर थाने लाई थी। लेकिन, जांच में कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं मिला। इसके चलते कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
स्कूल परिसर में रावण दहन का किया विरोध
टीआई प्रकाश कांत ने बताया कि गांव के पूर्व सरपंच पति स्कूल परिसर में रावण दहन करने का विरोध कर रहा था। उसका कहना था कि शासकीय परिसर में रावण दहन नहीं किया जाए। इसी को लेकर उनका विवाद है। लेकिन, रावण को कौन जलाया, इसकी जानकारी किसी को नहीं है।

छत्तरसिंग पटेल

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