सिर दर्द हो या पेट दर्द, एक कॉल पर मिलेगी अब इलाज की सलाह

छत्तीसगढ़ में अब शहरी लोगों से लेकर ग्रामीण और दूरदराज के वनांचलों में रहने वालों को उनके स्वास्थ्य की रक्षा के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। किसी के सिर में दर्द हो या पेट में, सीने में जलन हो या और कोई तकलीफ, बस अपने मोबाईल से एक कॉल लगाने भर की जरुरत होगी।
कॉल लगते ही विशेषज्ञ डॉक्टर सलाह देने के लिए मौजूद रहेंगे। प्रदेश में 104 आरोग्य सेवा हेल्थ केयर हेल्पलाईन से यह सारा काम हो सकेगा। राज्य सरकार इस सेवा को व्यापक विस्तार देने की तैयारी में है। राज्य में आरोग्य सेवा हेल्पलाईन डायल 104 की सुविधा वर्ष 2013 में छोटे रूप में शुरु की गई थी। अब इस सेवा का विस्तार प्रदेश में इस तरह करने की तैयारी है कि शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों के अंतिम सिरे पर रहने वालों को गुणवत्तायुक्त हेल्थकेयर सर्विस टेली कंसल्टेशन के माध्यम से मिल सके। अब तक उपलब्ध इस तरह की सेवा हासिल करने रोज 2500 से 3000 लोग कॉल करते हैं, लेकिन सरकार की कोशिश है कि अब कम से कम 6000 लोग कॉल करें और उनको इलाज के लिए सहायता दी जा सके।
स्वास्थ्य विभाग ने निकाला टेंडर
राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने आरोग्य सेवा 104 के विस्तार के लिए एक टेंडर 4 अक्टूबर को जारी कर दिया है। 14 अक्टूबर को ऑनलाईन प्री बिड मीटिंग के बाद अन्य प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद सेवा प्रदाता एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। खास बात ये है कि यह सेवा प्रदेश भर के सभी इलाकों शहरी से लेकर ग्रामीण और वनांचलों में रहने वालों तक सभी लोगों के लिए मददगार होगी।
नॉन इमरजेंसी मेडिकल सलाह
इस हेल्पलाईन सेवा के माध्यम से लोगों को मेडिकल सलाह दी जाएगी। अगर किसी को सिर में दर्द हो, पेट में दर्द या सीने में जलन हो ऐसी परेशानी को नॉन इमरजेंसी माना जा रहा है। इस तरह की कई अन्य बीमारियों से होने वाली परेशानी से अब लोगों को निजात मिल सकेगी। कफ से होने वाली परेशानी, बाल झड़ने की समस्या, पेशाब में जलन, डायरिया, क्रोनिलल डिसीज, फ्लु, बर्ड फ्लु, के साथ स्थानीय स्तर पर फैलने वाली कोई महामारी के इलाज की सलाह दी जाएगी।
क्या करें क्या नहीं ये भी बताया जाएगा
सामान्य बीमारियों की रोकथाम के लिए सलाह दिए जाने के लिए पैरामेडिकल स्टाफ काम करेगा। प्रथम स्तर के मेडिकल सलाह, सुझाव, उससे संबंधित दवा लेने की सलाह भी दी जाएगी। इसके साथ ही गैर संचारी बीमारियां जैसे कैंसर, टीबी, एचआईवी आदि के बारे में सवाल सुने जाएंगे और उनका जवाब मिलेगा। इस दौरान परेशानी से बचने के लिए क्या करें और क्या नहीं, इस बात की भी जानकारी दी जाएगी। इसके साथ साथ यह भी बताया जाएगा कि किस तरह की बीमारी के लिए संबंधित क्षेत्र में इलाज की व्यवस्था कहां है। कहां किस बीमारी के लिए जांच की सुविधा उपलब्ध है