कोरोना महामारी से बचाने वाली एंटीबॉडी कॉकटेल दवा हुआ लॉन्च

दिल्ली (काकाखबरीलाल). कोरोना महामारी की तेज गति के बीच एंटीबॉडी की एक कॉकटेल दवा की उपलब्धता देश में हो गई है. देशभर के कोविड अस्पतालों में इस दवा का वितरण सिप्ला करेगी. बताया जा रहा है कि एंटीबॉडी कॉकटेल दवा लेने से 70 प्रतिशत तक हॉस्पिटलाइजेशन बच जाता है. मृत्यु दर को भी 80 प्रतिशत कम करता है.एंटीबॉडी कॉकटेल’ दरअसल दो दवाओं का मिक्सचर है, ये दो दवाएं हैं- कासिरिविमाब और इम्देवीमाब. इन दोनों दवाओं के 600-600 MG मिलाने पर ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा तैयार होती है. ये दवा वायरस को मानवीय कोशिकाओं में जाने से रोकती है, जिससे वायरस को न्यूट्रिशन नहीं मिलता, इस तरह ये दवा वायरस को रेप्लिकेट करने से रोकती है.
कंपनी ने बताया कि एंटबॉडी कॉकटेल (कासिरिविमैब और इमडेविमैब) का पहला बैच मिलना शुरू हो गया है. दूसरा बैच जून से उपलब्ध होगा. कंपनी ने बताया कि एक मरीज को दी जाने वाले कॉकटेल की एक डोज 59,750 रुपये तय की गई है. दवा से माइल्ड और मॉडरेट लक्षण वालों के साथ हाई रिस्क वाले मरीजों का उपचार होगा.
कॉकटेल की संयुक्त डोज 1200 एमजी की होगी. एक पैक से दो मरीजों का उपचार होगा जिसकी टैक्स सहित कुल कीमत 1,19,500 रुपये होगी. सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने हाल ही में इस दवा को इमरजेंसी में इस्तेमाल की मंजूरी दी थी.
रॉश कंपनी के सीईओ वी सिंप्सन इमैनुअल का कहना है कि एंटीबॉडी की कॉकटेल दवा से स्वास्थ्य व्यवस्था पर पडऩे वाले दूसरे आर्थिक बोझ को काफी कम किया जा सकता है. सिप्ला के सीईओ उमंग वोहरा ने कहा कि देशभर में दवा की आपूर्ति के लिए मार्केटिंग की व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ये दवा वयस्कों के साथ 12 वर्ष या इससे अधिक उम्र और 40 किलो से अधिक वजन वाले कोरोना संक्रमितत बच्चों के इलाज में इस्तेमाल हो सकेगी.
बता दें कि एंटीबॉडी कॉकटेल को कोरोना से पीड़ित पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिया गया था. इसके उपयोग की अमेरिका में भी अनुमति है, भारत सरकार ने भी इसके आपातकालीन उपयोग की अनुमति दे दी है.