इंजीनियरिंग की सीटें फुल करने 12वीं पास छात्रों को नंबरों के आधार पर मिले सकता है प्रवेश,सुझाव प्रेषित!

रायपुर(काकाख़बरीलाल)।प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज की सीट शत प्रतिशत भर सके, इसलिए 12वीं पास छात्रों को नंबरों के आधार पर इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश देने का सुझाव व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम)के जिम्मेदारों ने राज्य सरकार को दिया है। व्यापमं के जिम्मेदारों ने राज्य सरकार को भेजे पत्र में लिखा है, कि प्रदेश केइंजीनियरिंग कॉलेज में कुल 19 हजार सीटें है। इन सीटों में प्रवेश परीक्षा के लिए 17 हजार आवेदन आए है। शेष सीट भर सके, इसलिए विकल्प के रूप में इस रास्ते को अपना सकते हैं।
पत्र में यह भी लिखा गया है, कि व्यापमं स्वास्थ्य विभाग के निदेशों को ध्यान में रखकर पीईटी और अन्य प्रवेश परीक्षा कराने के लिए तैयार है। बावजूद इसके किसी केन्द्र में कोरोना संक्रमण के प्रकरण आते हैं, तो इसकी जिम्मेदारी व्यापमं की नहीं होगी।
इंजीनियरिंग कॉलेज में पीईटी के जरिए प्रवेश : प्रदेश के तीन सरकारी के साथ-साथ निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में पीईटी के जरिए प्रवेश दिया जाता है। प्रदेश के कॉलेजों में कुल 19 हजार सीटें हैं। इसके लिए 17 हजार ही आवेदन आए हैं। वैसे तो व्यापम ने पीईटी और अन्य प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी कर रखी है। ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा का विकल्प भी है। विभागीय जानकारों की मानें तो व्यापमं के चेयरमैन द्वारा लिखे गए पत्र में तकनीकी शिक्षा विभाग जल्द ही इसको लेकर कोई फैसला लेगा।
परीक्षाओं को लेकर असमंजस की स्थिति
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के बाद केंद्र सरकार ने 31 जुलाई तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने का निर्देश दिया है केंद्र सरकार के निर्देश के बावजदू 31 जुलाई के बाद कॉलेज खुलेंगे या नहीं? इस बात का स्पष्ट जवाब जिम्मेदारों से नहीं मिल पा रहा है।दूसरी तरफ तकनीकी शिक्षा संस्थानों के साथ-साथ कृषि महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए पीईटी, पीपीटी और पीएटी की परीक्षाएं होती हैं मगर कोरोना संक्रमण के चलते छत्तीसगढ़ में प्रवेश परीक्षा के आयोजन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
व्यावसायिक परीक्षा मंडल के चेयरमैन, आलोक शुक्ला ने बताया वर्तमान स्थिति को देखते हुए हमने राज्य सरकार को पत्र लिखकर यह सुझाव दिया है। राज्य सरकार से आदेश मिलने के बाद प्रवेश प्रक्रिया आदेशानुसार की जाएगी।