सैकड़ो किसान को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा

(महांसमुद काकाखबरीलाल).
प्रशासनिक त्रुटी की वजह से किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिले में करीब आठ हजार किसान है, जो इस लाभ से वंचित है। पूर्व में किसान सुधार के लिए कई बार दफ्तरों के चक्कर काट चुके है, लेकिन किसानों की समस्या जस की तस है। बुधवार को कई किसान अपनी समस्या को लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि इन किसानों का खाता नंबर गलत होने के कारण इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इधर, लॉकडाउन के चलते किसानों के खातों में केंद्र सरकार रुपए जमा कर रही है। इसका भी लाभ इन किसानों को नहीं मिल रहा है। जिले में अभी आठ हजार से अधिक किसानों के खातों में त्रुटि है। इधर, डिप्टी कलेक्अर सीमा ठाकुर कर कहना है कि जिले में डेढ़ लाख किसानों की प्रविष्टि पूरी हो चुकी है। अब इन किसानों के खातों का संशोधन कार्य चल रहा है। जिले में आठ हजार किसान के खातों का संशोधन किया जाना है। हर दिन 300 से 400 किसानों के खातों का संशोधन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार डायरेक्ट किसानों के खातों में रुपए जमा कर रही है। इसलिए इसका डाटा कलेक्टोरेट में नहीं है। किसान ग्राम परसदा हाल मुकाम मंदिर हसौद निवासी श्याम पटेल एवं हिराबाई पटेल सहित अन्य किसानों ने बताया कि खाता क्रमांक में त्रुटि होने के कारण किसान सम्मान निधि की राशि खाते में जमा नहीं हो पा रही है। लॉकडाउन के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि कोरोना वायरस का कहना थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। वायरस से बचाव के लिए 3 मई तक लॉकडाउन लागू है। लॉक डाउन से किसानों व दैनिक कामगारों पर इसका असर पड़ रहा है। इसी समस्या को दूर करने के लिए किसानों को सम्मान निधि के तहत दो हजार रुपए केंद्र सरकार जमा कर रही है। केंद्र सरकार से डायरेक्ट राशि जमा करने के कारण रिकार्ड प्रशासन के पास नहीं है।
हर साल मिलते हैं 6 हजार रुपए
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रत्येक वर्ष किसानों को 6 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। योजना के तहत कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों को सीधे नगद का लाभ दिया जाता है। किसान जरूरत पडऩे पर बिना किसी कर्ज के साथ अपनी खेती-बाड़ी संभाल सके, इसी उद्देश्य के साथ इस योजना की शुरूआत की गई है। इसके तहत किसानों हर 4 महीने में 2000-2000 रुपये की 3 किस्तों को मिलाकर कुल 6 हजार रुपये सलाना दी जाती है।