प्रदीप साहू जेसीसीजे एवं बसपा गठबंधन के रायपुर लोकसभा से हो प्रत्याशी-छात्र नेता संदीप लहरे

रायपुर। बसपा और जेसीसीजे के बीच समझौता होने के कारण छत्तीसढ़ में विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोकसभा चुनाव में भी समीकरण बदले जा सकते हैं.. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत जोगी के कोरबा से लोकसभा चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से राजनीति गरमा गई है… बसपा ने 8 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है तो वहीं जोगी कांग्रेस कोरबा के अलावा रायपुर और बिलासपुर पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है…
बता दें कि छ्त्तीसगढ में 29 विधानसभा सीटें अनुसुचित जनजाति एवं 10 सीटें अनुसुचित जाति के लिए आरक्षित हैं… इन सीटों पर बसपा और जनता कांग्रेस जोगी की पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है… इसलिए यह गठबंधन चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकता है… जैसा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की एकतरफा हार हुई थी.. वहीं जनता कांग्रेस जोगी 14 प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त कर 5 सीटों पर अपना कब्जा किया था.. जबकि बसपा ने 2 सीटों पर अपनी विजय दर्ज कराई थी… अजीत जोगी मरवाही विधानसभा से भारी मतों से जीते थे… जबकि मरवाही विधानसभा कोरबा लोकसभा के अंर्तगत आता है.. बिलासपुर संभाग में इस मोर्चे की पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है और इस क्षेत्र से 4 विधायक जीत दर्ज की थी… जिसमें इनकी पत्नी डॉ रेणु जोगी भी शामिल है… उम्मीद की जा रही है कि बिलासपुर लोकसभा से धरमजीत सिंह जो कि लोरमी के विधायक हैं चुनाव लड़ सकते हैं…
रायपुर से पिछड़ा वर्ग का कार्ड खेल सकते हैं जोगी
रायपुर लोकसभा में पिछड़ा वर्ग के मतदाता अधिक होने की वजह से अजीत जोगी पिछड़ा वर्ग कार्ड खेलते हुए साहू समाज के युवा चेहरे प्रदीप साहू को उम्मीदवार घोषित कर सकते हैं… वहीं इसके जनता कांग्रेस जोगी के प्रदेश महामंत्री महेश देवांगन को मैदान में उतार सकते हैं…. जबकि कांग्रेस ने प्रमोद दुबे और भाजपा ने सुनील सोनी को टिकट दिया है…
संदीप लहरे ने बताया कि प्रदीप साहू जी युवा दिलों की चाह है । गठबंधन को एक मौका देना चाहिए प्रदीप साहू जी निरंतर लोगो की सेवा में लगे थे । और पार्टी में अहम भूमिका निभा रहे है