दुर्लभ बीमारी के इलाज हेतु जागेश्वरी को मिला शासन-प्रशासन का सहारा
आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मिले, इसके लिए शासन प्रशासन प्रतिबद्ध है शासन का हमेशा प्रयास रहा है कि अंदरूनी क्षेत्रों के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिले। इक्थियोसिस हिस्ट्रिक्स( ट्री मेन सिंड्रोम) इस दुर्लभ बीमारी से पीड़ित जिला दंतेवाड़ा की रहने वाली जागेश्वरी के बेहतर उपचार के लिए जिला प्रशासन की पहल पर अब उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रायपुर भेजा गया है ज्ञात है कि 3 वर्ष पूर्व ग्राम पाहुरनार हेल्थ कैंप के दौरान दुर्लभ बीमारी से पीड़ित जागेश्वरी सामने आई थी। जहां उसे जिला प्रशासन की पहल पर मेडिकल कॉलेज रायपुर भेजा गया था लगभग डेढ़ माह से अधिक मेडिकल कॉलेज रायपुर में जागेश्वरी का बेहतर उपचार एवं प्रबंधन किया गया इसके पश्चात जागेश्वरी को मेडिकल कॉलेज से छुट्टी दे दी गई। किंतु इस लाइलाज बीमारी जागेश्वरी को जकड़ लिया। प्रशासन द्वारा इलाज संबंधी सहायता लगातार जागेश्वरी के घर पहुंचाया गया। इसके बाद लगातार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जागेश्वरी को उपचार के लिए रायपुर भेजने के लिए आग्रह किया गया। किंतु पारिवारिक कारणों के कारण जागेश्वरी रायपुर नहीं जा पा रही थी। सोमवार को कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा जागेश्वरी के ग्राम कौरगांव पहुंचकर उसे एंबुलेंस के माध्यम से दंतेवाड़ा जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां प्रारंभिक उपचार के पश्चात उसे बेहतर उपचार के लिए रायपुर भेजा गया है। जागेश्वरी के साथ दंतेवाड़ा से स्वास्थ्य विभाग का दल भी भेजा गया है जो जागेश्वरी के साथ वहां रहकर उसका बेहतर उपचार एवं देखरेख करेगा। जागेश्वरी के इलाज के लिए समस्त आवश्यक खर्च स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जाएगा।