
रामकुमार नायक, रायपुर – शिक्षकों को देश का भावी कर्णधारों के जीवन को गढ़ने और उनके चरित्र निर्माण का महत्वपूर्ण दायित्व होता है. शिक्षा ही प्रगति का माध्यम है. और अगर बात प्रगति में नवाचार युक्त अध्यापन की होती है तो महासमुंद जिले के शिक्षक शैलेंद्र कुमार नायक का नाम जरूर आता है. जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केना में व्याख्याता एल बी के रूप में पदस्थ शैलेंद्र कुमार नायक को शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल पुरस्कार से नवाजा गया है. यह सिर्फ सरायपाली, महासमुंद ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है.
शैलेन्द्र कुमार नायक वर्तमान में व्याख्याता अंग्रेजी के पदपरर कार्यरत हैं. इनके द्वारा अंग्रेजी विषय के व्याख्याता होने के कारण अंग्रेजी भाषा कौशल विकास के लिए नित नवाचार युक्त अध्यापन, सुलेख प्रतियोगिता, संप्रेषण कौशल हेतु समर्पित प्रयास किया जा रहा हैं. इनके द्वारा नवाचारयुक्त शिक्षण के लिए सरल एवं रोचक गतिविधियों का समावेश व निर्माण यथा- पपेट्स, ऑरिगेमी आदि किया जाता है. अंतराष्ट्रीय स्तर के सामान्य ज्ञान बौद्धिक विकास हेतु प्रति सप्ताह शॉर्ट ट्रिक्स तैयार कर सूचना फलक पर लेखन किया जाता है.
इसके अलावा व्याख्याता शैलेंद्र कुमार नायक सृजनात्मक शिक्षण शैली के साथ-साथ खेल-कूद एवं स्काउट्स गाईड की गतिविधियों का सक्रिय रूप से संचालन करते हैं. इनके मार्गदर्शन में स्काउट्स गाइड्स के नेशनल एडवेंचर कैम्प में बच्चों को शामिल होने का अवसर मिला मिलता है. अथक प्रयासों से नवीन हायर सेकण्डरी भवन निर्माण के अवरूद्ध कार्य को पुनः प्रारम्भ और पूर्ण कराया गया. जनसहयोग से दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए शौचालय निर्माण करवाया. इन सभी गतिविधियों के अलावा विद्यालय के विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारी रहकर कार्य संपादित करते है.
व्याख्याता शैलेंद्र कुमार नायक को उत्कृष्ट शिक्षकीय कार्य के लिए मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार 2021, शिक्षा श्री से सम्मानित किया गया है. इनके मार्गदर्शन में इंस्पायर अवार्ड हेतु विद्यालय के 2 विद्यार्थियों का चयन हुआ तथा इन्हें मा. प्रधान मंत्री द्वारा परीक्षा पर चर्चा 2023 में अभिभावक एवं शिक्षक के रूप में निरंतर भागीदारी के लिए हस्ताक्षरित पत्र एवं ऑनलाइन ई-सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ. स्वस्थ, सुशिक्षित समाज के लिए विद्यार्थियों में सामाजिक समरसता, विश्व बंधुत्व के भाव, देशप्रेम उच्च मानसिक विचारयुक्त गुणों के विकास के लक्ष्य हेतु सदैव संकल्पित रहने के साथ नवाचार यथा- पपेट्स, ऑरिगेमी, कबाड़ सामग्री से सरल एवं रोचक शैक्षणिक सामग्री तैयार करना जिससे कठिन विषयों के प्रति छात्रों के लिए भयमुक्त वातावरण तैयार करने हेतु प्रयास किया जाता है.