जीवन पर पड़ता है संगति का असर-वर्षा नागर

महासमुंद(काकाखबरीलाल)। उज्जैन की अंतर्राष्ट्रीय संत देवी वर्षा नागर ने कहा कि मनुष्य को सदैव अच्छी संगति करनी चाहिए। अच्छी या बुरी संगति का असर व्यक्ति के जीवन में पड़ता है। बुरी संगति के कारण जहां दानवीर कर्ण को मृत्यु मिली वहीं अच्छी संगति के कारण विभिषण का उद्धार हो गया।
ग्राम केशवा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान संत देवी वर्षा नागर ने हमारे जीवन में संगति का अहम रोल रहता है। अच्छे लोग बुरे लोगांे की संगत में बुरे आदत पाल लेते हैं तो वहीं बुरे आदत वाले लोग भले लोगो के संगत में रहकर खुद को बिल्कुल बदल देते हैं। इसका बेहतरीन उदारण दानवीर कर्ण और विभिषण के प्रसंगों के माध्यम से दिया। संत देवी वर्षा नागर ने गोकूल में श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया। इस दौरान कृष्ण की लीलाओं का वर्णन सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने कालिया नाग नाथन लीला का भी वर्णन किया। जिसे संत ने उपदेशक प्रसंग बताया। उन्होंने बताया कि वृन्दावन के नजदीक यमुना नदी में एक कालिया नाम का विशालकाय नाग अपने परिवार सहित रहता था। नाग के जहर से यमुना नदी विषैली हो गई थी। भगवान श्रीकृष्ण अपने बाल सखाओं के साथ यमुना नदी के तट पर खेल रहे थे। उनकी गेंद यमुना नदी में चली गई फिर श्रीकृष्ण ने गेंद लेने के लिये नदी में छलांग लगा दी। जहां उनका सामना कालिया नाग से हुआ। भगवान श्री कृष्ण ने कालिया नाग के मद का मर्दन कर उसे यमुना से जाने के लिये विवश कर दिया। कथा सुनने बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन पहुंच रहे हैं।
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भागवत कथा सुनने पहुंचे संसदीय सचिव
ग्राम केशवा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में शुक्रवार को संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर कथा सुनने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में सुख शांति व समृद्धि की कामना की। उनके साथ सरपंच संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चंद्राकर, मानिक साहू, तोषण कन्नौजे आदि मौजूद थे।
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रविवार को होगा भागवत कथा का समापन
16 जनवरी से आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण भक्ति सत्संग एवं ज्ञान यज्ञ सप्ताह का समापन रविवार को होगा। आयोजक दिलीप चंद्राकर व राजेश चंद्राकर ने बताया कि समापन के दिन रविवार को भंडारा का आयोजन किया गया है।