सरायपाली : सैकड़ों की संख्या में बाना लेकर निकलेंगे माता के भक्त
सरायपाली। मां शारदा सेवा समिति टावरपारा द्वारा आयोजित दुर्गोत्सव में इस बार विसर्जन के समय बाना लेकर चलने वालों की संख्या बहुत अधिक बढ़ जायेगी। बच्चों से लेकर युवा वर्ग इसकी तैयारी अभी से करने लगे हैं।टावर पारा का विसर्जन शोभायात्रा नगर में प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहता है। केवल बाना लेकर चलने वालों की संख्या इस बार सैकड़े तक पहुंच जाएगी। दुर्गोत्सव के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। समिति के बैगा साधुराम चैहान, सनतकुमार, फिरूराम आदित्य तथा सहयोगी सरोज आदित्य ने बताया कि वे 15 वर्ष पूर्व नवरात्र में घर-घर जाकर भजन जसगीत गाकर माता का आराधना करते थे और घर-घर से लोग कलश विसर्जन के लिए निकलते थे, इस दौरान कुछ लोग बाना धारण करते थे।
बाना लेने की परम्परा को उन्होंने बताया कि माता की आस्था होती है तो शरीर में कुछ नहीं चुभता और न दर्द होता है। जो भक्त मनोकामना रखते हैं उन्हें कुछ नहीं होता। इसी तरह लोग उनसे जुड़ते गए और उनके समिति की पहचान बढ़ती गई। समिति द्वारा वार्ड में ही चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र में सार्वजनिक रूप से कलश स्थापना की गई। वर्ष 2012 से माता की सेवा में विस्तार करते हुए सार्वजनिक रूप से दुर्गा प्रतिमा स्थापित करने लगे। वर्तमान में 11 वर्ष हो गए समिति के द्वारा दुर्गा स्थापित करते हुए। वहीं समिति के द्वारा चैत्र नवरात्र में तीन दिवसीय ज्योत जलाकर भण्डारा का भी आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। इस वर्ष भी दशमी के दिन भंडारा का आयोजन किया गया है।
भक्त मनोकामना पूर्ण करने के लिए धारण करते हैं बाना भक्ति में शक्ति का उदाहरण नगर में मां शारदा सेवा समिति के द्वारा विसर्जन रैली के दिन देखने को मिलती हैं जहां विशाल रैली निकाली जाती हैं जिसमें हजारों लोग शामिल रहते हैं। इस दिन कई भक्त छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक शरीर के कई अंगो तथा जीभ में बाना धारण कर जसगीत में थिरकते दिखाई देते हैं। भक्तों का कहना है कि माता का आशीर्वाद होने से उन्हें कुछ भी नुकसान नहीं होता और मनोकामना को भी पूर्ण करती है। पुजारी का कहना है कि उनके पास लोहे से बने बाना सैकड़ों की संख्या में हैं परंतु इस दिन लोगों में इतनी उत्सुकता होती है कि बाना भी कम पड़ जाता है। लोग अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए बाना धारण करते है। इस दिन कलश लेकर माताएं तथा विभिन्न रूपों में सजे लोगों को भी देखने को मिलता है। यह रैली वार्ड नं.8 से बस्ती तालाब तक जाती हैं। 2 को फोक फ्यूजन 36 बैंड आर्केस्ट्रा का आयोजन समिति के अध्यक्ष तेजराम साहू ने बताया कि शारदीय नवरात्र पर प्रतिदिन जसगीत कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है तथा सुबह-शाम महा आरती पाठ किया जा रहा है। वार्ड वासियों की उपस्थिति में ढोल नंगाड़ों के साथ महा आरती किया जाता है। प्रतिदिन रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अष्टमी के दिन छप्पन भोग का आयोजन किया गया है, वहीं नवमी को नौकन्या भोज होगा तथा दसमीं के दिन माता का महा भण्डारा का आयोजन किया गया है जिसमें अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की गई है। वहीं दसमीं की रात्रि रावण दहन कर दशहरा पर्व का कार्यक्रम रखा गया है। जिसमें आतिशबाजी के साथ दशहरा पर्व मनाया जाएगा। वहीं 2 अक्टूबर को फोक फ्यूजन 36 बैंड आके्रस्ट्रा का कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें रात्रि 9 बजे से घनश्याम महानंद एवं उनकी टीम द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। नवरात्र पर्व के सफल आयोजन के लिए समिति के समस्त सदस्य एवं वार्डवासी सहयोग कर रहे हैं।