63 वर्षीय बुजुर्ग बिसराम कुर्रे दे रहे हैं,बीए फाइनल ईयर की परीक्षा
रिपोर्टर – ललित मुखर्जी काका ख़बरीलाल पिथौरा
छत्तीसगढ़ / बलौदाबाजार – शिक्षा प्राप्त करने के लिए कोई उम्र की आवश्यकता नही होती , शिक्षा किसी भी उम्र में प्राप्त की जा सकती है । बस लगन और जज्बा होनी चाहिए क्योंकि शिक्षा हमेशा ग्रहण की जा सकती है ।
कुछ ऐसा ही कर दिखाया कसडोल इंदिरा कालोनी निवासी बिसराम कुर्रे ने जो अपनी 63 साल की उम्र में BA फाइनल ईयर की परीक्षा दे रहे है ।
बिसराम कुर्रे जी खुद अपने जीवन भर लोगो को शिक्षा बाटते रहे वे कई शासकीय विद्यालय में प्रधानपाठक थे । वे महज 200 की मासिक वेतन पर शिक्षक की नौकरी की अब उनकी रिटायरमेन्ट हो चुकी है । और अब वे खुद शिक्षा ग्रहण कर रहे है । वे 1985-87 में BA प्रथम वर्ष एवं BA दुतीय वर्ष पास कर लिए है उस समय अपने स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण BA अंतिम वर्ष की परीक्षा नही दे पाए। उन्होंने हमारी इस खास बातचीत में बताया कि वे B.A. की डिग्री प्राप्त करना चाहते है और वे लोगो को ये संदेश देना चाहते है कि किसी भी आयु में शिक्षा ग्रहण किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी पार्वती देवी कुर्रे उनकी पढ़ाई में काफी मदद करते है। वे रोज सुबह उनको पढ़ाई करने के लिए जागते है । वे रोज सुबह शाम खूब पढ़ाई करते है ।वे अपने बेटे उम्र लोगो के साथ बैठकर परीक्षा देते है और उनको प्रेरणा देते है कि आप खूब पढ़ो और आगे बढ़ो ।
बिसराम कुर्रे और पार्वती देवी कुर्रे की तीन बच्चे है । 2 बेटे और 1 बेटी उनकी बड़ा बेटा मनोज कुर्रे संभागीय लेखा अधिकारी कोरबा में है । वही छोटा बेटा DSP के पद पर जगदलपुर में पोस्टिंग है । वही बेटी आशा बघेल शासकीय विद्यालय में प्रधानपाठक है ।
आपको बता दे कि बिसराम कुर्रे की रोल नंबर 241761 है और वे स्व. दौलत राम शर्मा शासकीय महाविद्यालय कसडोल में परीक्षा दे रहे है ।